प्रतापगढ़: जिले की सदर विधानसभा की बाबा बेलखरनाथ विकास खण्ड में स्थित ताला गांव में आज भी सैकड़ों घर एक ही नल से पानी पीने को मजबूर है. पीने के पानी के लिए लोगों को काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है. गांव के लोग जान हथेली पर रखकर पानी भरने को मजबूर हैं.
जान जोखिम में डालकर गांव के लोग भर रहे पानी
ग्रामीण का कहना है नल नदी के किनारे पर ग्रामीणों द्वारा ही लगवाया गया है. जब नदी में पानी बढ़ जाता है तो ग्रामीणों को पानी के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. अपनी जान जोखिम में डालकर गांव के बीचों बीच नदी के किनारे ही एक कुएं से पानी ग्रामीणों द्वारा भरा जाता है. उसका भी पानी ग्रामीणों द्वारा छान कर पिया जाता है. आपको बता दें कि लगभग 1 किलोमीटर के दायरे में न तो किसी नल और न ही कुएं की व्यवस्था है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ग्रामीणों का आरोप
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान और विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों से कहा गया, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी. सरकार की योजनाएं सिर्फ दिखावे के लिए है. ग्राम प्रधान या राजनेता चुनाव के समय ही उनके दरवाजे पर आते है. बड़े-बड़े वादे कर के चले जाते है. चुनाव जीत जाने के बाद कोई दिखाई नहीं पड़ता.
दूषित पानी पीने को मजबूर है ग्रामीण
ग्रामीणों द्वारा इतनी दूर से पानी भर कर ले जाया जा रहा है. जहां सरकार बात करती है सबका साथ सबका विकास वहीं सरकार के अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. कागज में विकास दिखता है. इस गांव के ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर है.
मामला संज्ञान में लाया गया है. इस पर जल्द से जल्द रिबोर व नल की व्यवस्था की जाएगी. संबंधित लोगों के द्वारा 3 दिन के अंदर नल की व्यवस्था गांव वालों तक पहुंच जाएगी.
- रवि शंकर द्विवेदी, डीपीआरओ, प्रतापगढ़