प्रतापगढ़: जिले के जेठवारा थाने के अंतर्गत उमरौडा में चुनावी रंजिश में वोट न देने को लेकर विवाद हो गया. जिसमें करीब 12 दबंगों ने निमंत्रण से घर लौटते समय युवक पर जानलेवा हमला बोल दिया. हमले में युवक के हाथ-पैर टूट गए. युवक का प्रयागराज में इलाज चल रहा है. दबंगों की गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ित परिवार ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है.
जेठवारा थाना क्षेत्र के उमरौडा गांव के रहने वाले मनोज विश्वकर्मा और उसके परिवार पर प्रधान प्रत्याशी उदय बहादुर यादव उसी को वोट देने का दबाव बना रहा था. वोट न देने पर उदय बहादुर यादव परिवार को धमकी भी दे रहा था. वोटिंग हो जाने के बाद लगातार उदय बहादुर को पता चला कि मनोज विश्वकर्मा के परिवार ने उसे वोट नहीं किया है तो लगातार वह परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा था. इसको लेकर लगातार पीड़ित पुलिस को भी सूचना दे रहा था लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद 15 जून को दबंगों ने मनोज विश्वकर्मा को जमकर पीट दिया. जिससे उसके हाथ-पैर टूट गए. पीड़ित का स्वरूपरानी प्रयागराज में इलाज चल रहा है. पीड़ित परिवार की तरफ से ही प्रार्थना पत्र दिया गया था. जेठवारा पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है, लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
इस मामले में सीओ सदर तनु उपाध्याय से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि 15 तारीख को मनोज विश्वकर्मा को गांव के ही लोगों द्वारा मारा पीटा गया था, जिसमें से उनका हाथ पैर टूट गया है. गंभीर हालत में देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें इलाहाबाद रेफर किया था, जहां उनका इलाज चल रहा है. अब उनकी हालत स्थिर है और जेठवारा थाने में दबंगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. यह गलत है कि जेठवारा पुलिस ने पीड़ित को डांट कर भगा दिया, उनकी ही तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है.