प्रतापगढ़: कोविड-19 महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक अपने गांव पहुंच चुके हैं. ऐसे में उन्हें रोजगार मुहैया कराना सरकार के लिए प्राथमिकता है. इसलिए प्रतापगढ़ जनपद की कुल 1,105 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के स्वीकृत 3,039 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, जिसमें करीब 60,000 मनरेगा मजदूर लाभान्वित हो रहे हैं.
60,000 श्रमिकों को मिल रहा रोजगार
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा ने अवगत कराया है कि कोविड-19 महामारी के कारण जनपद में भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों का आगमन हो रहा है. इन प्रवासी कामगारों के समक्ष उत्पन्न रोजगार की समस्या से निपटने के लिए मनरेगा योजना एक मात्र सहारा बनी हुई है, जिसके माध्यम से 60,000 श्रमिक जनपद की कुल 1,105 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के स्वीकृत 3,039 परियोजनाओं के कार्य पर लगाए जा रहे हैं. शासन की प्राथमिकता के आधार पर जल संरक्षण से सम्बन्धित कार्यों को चयनित किया गया है.
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया है कि प्रवासी श्रमिकों की समस्या को देखते हुए जनपद स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है. इसके लिए एक नंबर 9450188622 जारी किया गया है. इस नम्बर पर मनरेगा योजना के अन्तर्गत कार्य करने के इच्छुक कोई भी व्यक्ति कार्य की मांग एवं जॉब कार्ड बनवाने के लिए संपर्क कर सकता है. वहीं अब तक गैर प्रांतों से आए 16,037 प्रवासी श्रमिकों को जॉब कार्ड निर्गत किया गया है, जिसमें से 10,391 प्रवासी श्रमिक मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद के विभिन्न ग्राम पंचायतों में कार्य कर रहे हैं.