पीलीभीत: उत्तरप्रदेश में गेहूं खरीद शुरू हो चुकी है. इस बार बिचौलियों और दलालों को खरीद की व्यवस्था से दूर रखने और किसानों को सरकारी रेट का लाभ दिलवाने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. सरकारी सेंटरों पर ई-पॉश मशीन की मदद से खरीद हो रही है. जिससे अब दलाल सिस्टम से बाहर हो गए हैं और पारदर्शी तरीके से सरकारी रेट का लाभ किसानों को मिल रहा है.
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किसानों को हो रहा फायदा
अनाज का कटोरा कहे जाने वाले पीलीभीत जिले में धान और गेहूं की खरीद हर बार चर्चाओं में बना रहता है. यहां गेहूं और धान की फसल की खरीद के दौरान बिचौलिए सरकारी सिस्टम पर हावी नजर आते हैं. खरीद के दौरान किसानों से जमकर उगाही होती थी, लेकिन इस बार किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. गेहूं खरीद की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने क्रय केंद्रों पर जाकर किसानों से बात की. किसानों ने ईटीवी भारत के कैमरे पर कहा कि ऐसी खरीद की व्यवस्था कभी लागू नहीं हुई.
पूरनपुर मंडी में आमतौर पर इन दिनों गेहूं खरीद में क्रय केंद्रों पर मारा मारी रहती थी. केंद्रों पर तब तक किसानों का गेंहू नहीं तौला जाता था. जब तक किसान बिचौलियों से सेटिंग नहीं कर लेते थे. किसानों का गेहूं कई दिनों तक केंद्रों पर पड़ा रहता था. कई दिन के बाद तोल का नम्बर आता था. लेकिन इस बार तस्वीर कुछ अलग है.
अधिकारियों पर नहीं है दबाव
किसानों का कहना है कि ई-पॉश मशीन की व्यवस्था लागू होने के बाद अब किसान बिचौलियों से बच गए हैं. दलालों और बिचौलियों का अनाज कभी खत्म नहीं होता है. वो लोग अपना खरीदा हुआ गेंहू लाते थे और किसानों को चक्कर पर चक्कर लगाने पड़ते थे. लेकिन इस बार ई-पॉश मशीन ने दलालों की छुट्टी कर दी है. किसानों के द्वारा लाया जा रहा गेहूं सेंटरों पर तोला जा रहा है. ई-पॉश मशीन rfc एजेंसी के सभी केंद्रों पर लगी है. जिले की सभी मंडियों के क्रय केंद्रों पर में ये मशीन लगी है. किसानों को इससे बहुत फायदा हो रहा है. क्रय केंद्र के अधिकारियों पर दबाव भी नहीं बन रहा है.
पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र के MO लाल चन्द्र ने बताया कि पूरे जिले में 121 केंद्र गेंहू खरीद कर रहे हैं. अभी तक 15 हजार 9 सौ 41 मीट्रिक टन खरीद हो चुकी है. मंडी के सभी केंद्रों पर ई-पॉश मशीन से खरीद हो रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में rfc के केंद्रों पर भी इसी मशीन से खरीद हो रही है. केंद्र पर गेहूं की बहुत अच्छी खरीद चल रही है.