पीलीभीत: जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में किशोर की निजी अस्पताल में मौत के बाद अस्पताल के स्टाफ और परिजनों के बीच नोकझोंक के बाद मारपीट होने का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. अस्पताल के कर्मचारियों और म्रतक के परिजनों ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.
मिलक सरैधा पट्टी के रहने वाले राजकुमार को परिजनों द्वारा शनिवार को इलाज के लिए पीलीभीत शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों की मानें तो राजकुमार मानसिक रूप से विक्षिप्त था और उसने नशीला पदार्थ खा लिया था. जहां अस्पताल में राजकुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल के स्टाफ से परिजनों की किसी बात को लेकर नोकझोंक होने लगी और देखते ही देखते परिजनों और अस्पताल स्टाफ के बीच मारपीट की नौबत आ गई. अब इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मृतक के परिजन अस्पताल के स्टाफ पर इलाज में लापरवाही करने और शव को ना देने का आरोप लगा रहे हैं.
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मृतक राजकुमार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गंभीर अवस्था में राजकुमार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल प्रशासन द्वारा 35000 रुपये जमा कराए गए थे. पैसा जमा कराने के बावजूद भी इलाज में लापरवाही बरती गई, जिससे राजकुमार की मौत हो गई. इसके बाद डेड बॉडी देने से पहले 50000 रुपये की मांग की. जब रुपये ना होने का हवाला दिया गया अस्पताल के स्टाफ ने डेड बॉडी देने से मना कर दिया.
आरोप है कि जब इस मनमानी का विरोध किया गया तो डॉक्टर के इशारे पर अस्पताल के कर्मचारियों ने महिलाओं व मृतक के परिवारजनों को जमकर मारा पीटा. वहीं, पीलीभीत के शहर कोतवाल हरीश वर्धन सिंह ने बताया कि रविवार देर शाम दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी गई है. मामले की जांच की जा रही है.
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