लखनऊ : यूपी बोर्ड की परीक्षा फरवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू हो रही है. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षा से पहले प्रायोगिक परीक्षाओं के डेट जारी कर दी हैं. राजधानी लखनऊ में 6 फरवरी से प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू होंगी.
यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम के अनुसार साइंस स्ट्रीम में मुख्य विषय फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी की प्रायोगिक परीक्षा में 30 नंबर की होनी है. जिसके दो भाग होते हैं. परीक्षा देने जा रहे छात्र-छात्राओं को प्रायोगिक परीक्षा के दोनों भागों को समझने की जरूरत है. साइंस स्ट्रीम के तीनों मुख्य विषयों में एक भाग 15 अंक का आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होता है. यह पूरे सत्र किए गए प्रयोग कार्यों के सदस्य मूल्यांकन के आधार पर किया जाता है.
दूसरा भाग 15 अंकों का वाह्या मूल्यांकन होता है जो बाहर से आए परीक्षक द्वारा किया जाता है. साइंस स्ट्रीम में सबसे कठिन विषयों में शामिल फिजिक्स की प्रायोगिक परीक्षा के लिए छात्र किन चीजों का ध्यान रखें इस बारे में अवध कॉलेजिएट के फिजिक्स विषय के शिक्षक अनूप शुक्ला ने छात्रों को कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए.
फिजिक्स शिक्षक अनूप शुक्ला ने बताया कि फिजिक्स में 15 अंक के वाह्या मूल्यांकन में पांच-पांच अंकों के दो प्रयोग परीक्षक द्वारा कराए जाएंगे. प्रयोग पर आधारित मौखिक परीक्षा पांच अंकों की होगी. इन दोनों प्रयोग में खंड क से समतल दर्पण, उत्तल दर्पण, अवतल दर्पण, उत्तल लेंस, अवतल लेंस, प्रिज्म वह प्रकाश की बेंच का उपयोग करके ऑप्टिक से संबंधित प्रयोग करने को कहा जा सकता हैं.
वहीं खंड ख से मीटर सेतु, विभवमापी, वोल्टमीटर अमीटर सेल प्रतिरोध बॉक्स धारा नियंत्रक व कुंजी की सहायता से इलेक्ट्रिसिटी के प्रयोग करने को कहे जा सकते हैं. छात्र इन सभी प्रयोग को अच्छे से तैयार कर ली. जिसमें विशेष रूप से इनके डायग्राम और डेरिवेशन लिखने की प्रैक्टिस अच्छे से करने जरूरत है.
हर प्रयोग को कम से कम दो बार करके सही गणना निकालें: अनूप शुक्ल ने बताया कि फिजिक्स के प्रैक्टिकल परीक्षा में सबसे महत्वपूर्ण दिए गए प्रयोग में सही गणना निकलना होता है. क्योंकि अब प्रैक्टिकल परीक्षा में कुछ ही दिन शेष बचे हैं तो छात्र उन प्रयोगों पर विशेष फोकस करें जिन्हें पूछे जाने की संभावना अधिक है. साथ ही प्रयोग करते उत्तर पुस्तिका में हर एक चीज को व्यापक तरीके से प्रस्तुत करें.
लखनऊ में 334 केंद्रों पर होगी प्रैक्टिकल परीक्षा: लखनऊ में यूपी बोर्ड की हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 334 केंद्र बनाए गए हैं. केंद्रों की ऑनलाइन मार्केटिंग के लिए कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है. डीएम ने इन प्रैक्टिकल परीक्षाओं की जांच के लिए पांच सचल दल भी गठित किए हैं. राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज को नोडल केंद्र और यहां के प्रधानाचार्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है. राजधानी लखनऊ में प्रगतिक परीक्षा 9 फरवरी से शुरू होकर 16 फरवरी तक चलेगी.
इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा में दोबारा मौका नहीं मिलेगा. ताकि इसी माह 24 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू हो सके इस बार राजधानी में 1 लाख तीन हजार छात्र परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार पांडे ने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षा अपने निर्धारित समय से शुरू होंगे. केंद्रों पर कोई दिक्कत परीक्षार्थियों को न हो इसके लिए व्यवस्थापकों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है. बोर्ड की गाइडलाइन का उल्लंघन कहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
जुबली इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बनाया: जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार पांडे ने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षा यूपी बोर्ड परीक्षा की निगरानी के लिए जुबली इंटर कॉलेज में जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है. कॉलेज के प्रधानाचार्य आशुतोष को इसका प्रभारी नियुक्त किया गया है. केंद्रों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए दो सहायक और ब्लॉक स्तर पर सचल दल प्रभारी बनाए गए हैं. इसमें बक्शी का तालाब, सरोजनीनगर, मलिहाबाद व मोहनलालगंज के परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी.