पीलीभीत: बीजेपी सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) बीते कुछ दिनों से रेलवे अभ्यर्थियों की मदद करते नजर आ रहे थे. इसी बीच शनिवार को सांसद ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर तमाम मुद्दों पर रेलवे अभ्यर्थियों के लिए राहत देने की मांग की है.
उन्होंने रेल मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि रेलवे की RRB-NTPC की परीक्षा प्रारंभ होने जा रही है, जिसमें देश के कई लाख युवा सम्मिलित होंगे, कुछ महत्वपूर्ण बिंदु है जिन पर वे उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कई सारे अभ्यर्थियों ने पिछले कुछ दिनों में विभिन्न माध्यमों से मुझसे संपर्क किया, पहले तो मैंने अपने सीमित संसाधनों से लोगों की सहायता करने की कोशिश की परंतु इन अभ्यर्थियों से बात करके समझ आया कि इन समस्याओं के कई पहलू हैं और इनके समाधान के लिए सरकारी तंत्र की आवश्यकता होगी.
सांसद वरुण गांधी ने लिखा कि अधिकतर अभ्यार्थी निम्न और मध्यमवर्गीय परिवार से है. आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यार्थी आरक्षित सीटों पर यात्रा का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं. उनके लिए जनरल बोगी ही एकमात्र विकल्प उपलब्ध है. वहीं, जो आरक्षण का लाभ उठाने में सक्षम भी है, उनके पास रेलवे में इतना समय नहीं छोड़ा है कि वह इस सुविधा का लाभ उठा पाए. बीजेपी सांसद वरुण ने लिखा कि तत्काल सुविधा के अधीन टिकट देना, इन अभ्यर्थियों के लिए असंभव सा है, ऐसी परिस्थितियों में वर्तमान परीक्षा के अभ्यर्थियों को मान्य पहचान पत्र के साथ मुफ्त यात्रा या रेलवे किराए में रियायत जैसी सुविधा देने की मांग करता हूं.
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सांसद ने पत्र के दूसरे बिंदु में लिखा है कि ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के कारण रेलवे के टिकट पूर्व में ही आरक्षित हो चुके हैं और रेलवे ने अभ्यर्थियों को केवल 10 दिन की अवधि देकर उनकी समस्या और बढ़ा दी है. रेलवे की ओर से अभ्यर्थियों के लिए मान्य प्रवेश पत्र के साथ विशेष ट्रेनें चलाने या मौजूदा ट्रेनों में अतिरिक्त बोगी का प्रबंध कर देने से इन्हें काफी मदद मिल जाएगी.
पत्र के तीसरे बिंदु में उन्होंने लिखा कि समस्याएं कई हैं. जिनका समाधान आप के प्रयास से ही संभव है. अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्रों का चयन रेलवे ने 1000 से 2000 किलोमीटर दूर के शहरों में किया है. कई परीक्षा केंद्रों के लिए सीधी ट्रेन नहीं है.
सांसद ने भविष्य में रेलवे की ओर से ली जाने वाली परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को उनके गृह राज्य या आस-पड़ोस के राज्यों में 100 से 200 किलोमीटर के दायरे में परीक्षा केंद्र आवंटित करने की मांग की है. उन्होंने रेल मंत्री से पत्र में दिए सुझाव पर सकारात्मक निर्णय लेने का भविष्य में रेलवे द्वारा आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में इन सुझावों पर अमल करने की आशा भी की है.
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