पीलीभीत: पीलीभीत टाइगर रिजर्व के निकट बसे गांवों में बाघ की दहशत लगातार बनी हुई है. बुधवार की देर शाम गजरौला थाना क्षेत्र स्थित लालपुर गांव में बाघ की चहल कदमी देखी गई. गांव के आसपास बाघ की मौजूदगी से पूरे क्षेत्र में दहशत की स्थिति है. डर की वजह से लोग पूरी रात घरों से बाहर पहरा देते रहे. गुरुवार की सुबह सूचना मिलते ही वनकर्मी गांव पहुंचे और बाघ के पैरों के निशान ट्रेस करने में जुट गए. साथ ही ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की.
हिमालय की तलहटी में बसे जनपद पीलीभीत में ठंड की दस्तक के साथ ही गजरौला क्षेत्र में बाघों की चहल कदमी भी लगातार बढ़ती जा रही है. बुधवार की देर शाम लालपुर गांव के समीप बाघ देखा गया. गांव के बाहर बाघ होने से ग्रामीण सारी रात घरों में ही दुबके रहे. गुरुवार की सुबह वन विभाग को टाइगर होने की सूचना दी गई. वन विभाग की टीम ने रामेश्वर दयाल के घर के पास बाघ के पैरों के निशान देखे. पैरों के निशान ट्रेस करने के बाघ के होने की पुष्टि हुई. फिलहाल वन विभाग की टीम गांव के चारों तरफ बाघ को ट्रेस करने में जुटी हुई है.
जनता अंदर बाघ बाहर
पीलीभीत टाइगर रिजर्व का सत्र एक नवंबर से चालू हो चुका है. सत्र चलने की वजह से आम लोग टाइगर का दीदार करने के लिए टाइगर रिजर्व के अंदर जा रहे हैं. वहीं टाइगर अब जंगल से बाहर लगातार देखे जा रहे हैं, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
वन विभाग अधिकारी नगेंद्र कुमार ने बताया कि बाघ की चहल कदमी देखी गई है. लगातार बाघ को ट्रेस किया जा रहा है. ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील भी की गई है.