पीलीभीत : जिला कारागार में एक कैदी की मौत का मामला सामने आया है. वहीं कैदी के परिवारजनों ने जिला कारागार की चिकित्सा सेवाओं पर सवाल उठाए हैं. पीलीभीत के जिला कारागार में होली के एक दिन बाद कैदी की मौत से हड़कंप मच गया. कैदी को सेल में तड़के सुबह अचानक सीने में दर्द हुआ तो बंदी रक्षक कैदी को लेकर जिला अस्पताल भागे, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई.
ज्ञात हो कि मृतक कैदी पंडरी का निवासी है और नवंबर 2018 से जेल में बंद था. जेल प्रशासन के अनुसार कैदी नवंबर माह से हाई कोर्ट के आदेश पर बंद किया गया था. मृतक कैदी हीरालाल 68 साल का था, जो12 नवम्बर 2018 से जिला कारागार में बंद हुआ था. जेल प्रशासन के मुताबिक हीरालाल को वर्ष 1984 में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी. उसके बाद वह हाई कोर्ट में अपील के कारण छूट गया था. तारीख पर पेश न होने का हाई कोर्ट ने हीरालाल को सीजेएम पीलीभीत को वारंट बनाकर गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे.
इसके बाद नवंबर माह में हीरालाल की फिर से गिरफ्तारी की गई और उसे पीलीभीत जिला कारागार में कैद किया गया था, लेकिन होली के एक दिन बाद अचानक सुबह सीने में तेज दर्द होने का कारण वह मूर्छित होकर गिर गया. जिसके बाद जेल के बंदी रक्षक उसे जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई. वहीं कैदी के परिजनों ने हीरालाल की मौत पर जिला कारगार की चिकित्सीय सेवाओं पर सवाल उठाते हुए लापरवाही का आरोप लगाया.