पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ जहां बीजेपी के तमाम प्रत्याशी स्वास्थ्य व्यवस्था को उत्तम बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि सरकार के पास जितने भी संसाधन हैं, अधिकतर जर्जर अवस्था में है. ऐसा ही कुछ नजारा पीलीभीत जिले के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाई दिया. यहां मामूली सी बरसात के बाद छत से पानी टपकने लगता है. वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज कराने आए लोग इधर-उधर भागते नजर आए.
पीलीभीत जिले के जमुनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाल है. मामूली सी बरसात के बाद छत से पानी टपकने लगता है. मरीजों के उपचार के लिए बनाया गया वार्ड तालाब में तब्दील हो गए हैं. इलाज कराने आए मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. मामूली बरसात के बाद एक तरफ पीएचसी की छत से पानी टपकने लगा तो वहीं देखते ही देखते वार्ड भी तालाब में तब्दील हो गए. जिसे इलाज कराने आए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
गोद लेने वाले भी दुरुस्त नहीं करा पाए पीएचसी
बीते दिनों आई कोरोना वायरस की लहर के बाद तमाम प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बीजेपी के पदाधिकारियों ने गोद लिया था और इन प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को दुरुस्त कराने की शपथ भी ली थी. इस कार्यक्रम के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमुनिया को बीजेपी के नेता द्वारा गोद लिया गया था, लेकिन फिर भी यह पीएचसी बदहाल ही नजर आई.
इसे भी पढ़ें-ससुराल से विदा कराकर ला रहे युवक की पत्नी बीच रास्ते में प्रेमी संग हुई फरार
मामले पर बोली सीएमओ
पीएचसी की बदहाल तस्वीरें सामने आने के बाद जब पीलीभीत की सीएमओ डॉ सीमा अग्रवाल से पूरे मामले पर जानकारी ली गई, तो सीएमओ डॉ सीमा अग्रवाल ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बीते दिनों रिपेयरिंग कराई गई थी, हो सकता है कहीं कोई कमी रह गई हो. ठेकेदार को दिशा निर्देश देकर जल्द ही कमियों को दूर कराया जाएगा.