पीलीभीत: जिले में 30 अक्टूबर को रेलवे लाइन किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में एक शव मिला था, जिसका पीलीभीत पुलिस ने आज रविवार को खुलासा किया है. पुलिस की मानें तो युवक ने खुद ही गोली मारकर आत्महत्या की थी. लेकिन मृत युवक के पिता ने खुद के फंसने के डर से रिश्तेदारों की मदद से शव को रेलवे लाइन पर फेंक दिया था. इस घटना की पूरी हकीकत आज पीलीभीत पुलिस ने खोल दी है.
गौरतलब है कि घटना न्यूरिया थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मैदना गांव की है. जहां 30 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक का शव मिला था. शव गांव से ही गुजरने वाली रेलवे लाइन पर बरामद हुआ था. वहीं जांच-पड़ताल में मृत युवक के शव की शिनाख्त गांव के ही रहने वाले अमर सिंह के बेटे अंशु सोनकर के रूप में हुई थी. इसके बाद पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम के दौरान यह पाया गया कि युवक की मौत गोली लगने से हुई है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जब पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो अलग ही हकीकत सामने आयी. पूछताछ में पता चला कि मृतक अंशु ने घर में ही अपने दादा मिढाईलाल की लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद पिता ने खुद के फंसने के डर के से अपने रिश्तेदारों की मदद से बेटे का शव रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया था.
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घटना से दो दिन पहले गायब हो गई थी प्रेमिका-
परिजनों के मुताबिक अंशु करीब 6 महीने पहले एक विवाहित महिला को प्रेमजाल में फंसा कर घर ले आया था. दो दिन पहले ही महिला घर से गायब हो गई थी, जिसके बाद अंशु ने आत्महत्या कर ली. वहीं अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया है कि घटना में प्रयुक्त बंदूक को बरामद कर लिया गया है. परिजनों से पूछताछ के दौरान युवक की आत्महत्या करने की बात सामने आई है.
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