पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में खेत पर काम करने गए एक किसान का शव जंगल के अंदर मिलने से हड़कंप मच गया है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं परिजनों का कहना है कि किसान खेत पर पानी लगाने गया था. इसी दौरान बाघ ने हमला करके जान ले ली. माधोटांडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रानीगंज गांव के रहने वाले राममूर्ति (55) मंगलवार को अपने भाई के साथ खेत पर पानी लगाने के लिए गए थे. कुछ देर बाद भाई घर वापस चला आया. परिवार के लोगों की मानें तो खेत पर काम करते समय राममूर्ति पर जंगल से निकले बाघ ने हमला बोल दिया और बाघ राम मूर्ति को खींचकर जंगल के अंदर ले गया. काफी देर तक जब राममूर्ति घर वापस नहीं पहुंचे तो परिजनों ने तलाश शुरू की.
बुधवार सुबह तलाश के दौरान जंगल की सीमा से करीब एक किलोमीटर अंदर राममूर्ति का शव बरामद हुआ. किसान का शव देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना पर जानकारी देते हुए टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि जंगल के एक किलोमीटर अंदर किसान का शव बरामद हुआ है. प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि किसान जंगल के अंदर गया होगा. इसी दौरान किसान पर बाघ ने हमला बोल दिया. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
लंबे समय से हो रही तार फेंसिंग की मांग : कुछ ही दिनों पहले इसी इलाके में जंगल से निकले बाघ ने खेत पर काम कर रहे किसान हमला बोलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था. घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने घंटों तक जाम लगाकर प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों ने वन विभाग के अफसरों के सामने जंगल की तार फेंसिंग कराने की मांग की थी, ताकि बाघ बाहर न आए. ऐसे में लगातार तार फेंसिंग न होने के कारण मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं घटित हो रही हैं.