पीलीभीत: जिले में फर्जी शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज न करना संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को महंगा पड़ गया. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई न करने के संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी किया है. दरअसल पिछले एक हफ्ते पहले जनपद में पहली फर्जी महिला शिक्षिका पाई गई थी.
फर्जी शिक्षिका ललौली खेड़ा ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के शारीरिक शिक्षा के पूर्णकालिक पद पर तैनात थी. शिक्षिका ने कूट रचित ढंग से अपने प्रमाण पत्रों में अंकों में फेरबदल कर नौकरी पाई थी और सभी अध्यापकों की चल रही जांच में महिला शिक्षिका फर्जी पाई गई. इस पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बीएसए की संस्तुति पर शिक्षिका की संविदा समाप्त कर दी. साथ ही फर्जी शिक्षिका से 11 लाख की रिकवरी और तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए थे.
वहीं इस मामले में बीएसए ने ललौरी खेड़ा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम को शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया था, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज नहीं की. इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने ललौली खेड़ा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
जनपद में पहली फर्जी शिक्षिका पाई गई थी. जिस पर लालौरि खेड़ा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई. इस पर उनको नोटिस जारी किया गया है.
-देवेंद्र स्वरूप, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी