पीलीभीत: जहानाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत ऐमी गांव में अज्ञात युवक का शव मिला था. पुलिस ने इस युवक की हत्या के मामले का खुलासा किया है और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं हत्या कराने का आरोपी जीजा अभी फरार बताया जा रहा है.
ऐमी गांव के बाहर 23 अक्टूबर को एक युवक का शव मिला था. पोस्टमार्टम में पता चला कि युवक की गोली मारकर हत्या की गयी थी. कुछ दिन बाद ही युवक की पहचान बरेली के क्योंलड़िया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रामपुरा गांव के महेंद्र पाल गंगवार के रूप में हुई.
महेंद्र पाल गंगवार की हत्या के मामले की जहानाबाद थाना पुलिस और एसओजी टीम जांच कर रही थी. पुलिस परिजनों पर ही हत्या कराने का शक जता रही थी, क्योंकि महेंद्र परिवार का इकलौता बेटा था. महेंद्र की तीन विवाहित बहनें भी हैं. जांच के दौरान यह सामने आया कि युवक की मौत के बाद उसके दो बहनोई तो अंतिम संस्कार में शामिल हुए, लेकिन तीसरा बहनोई मनोज कुमार अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ. वो बरेली के गांव कावा खेड़ा का रहने वाला है.
पुलिस की शक की सुई जब उसकी तरफ घूमी, तो जांच में थाना भुता क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रसूला गांव के वीरेंद्र गंगवार का नाम सामने आया. जब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपी ने कबूल किया कि महेंद्र के बहनोई मनोज उर्फ गुड्डू ने ही 5 हजार रुपये देकर अपने साले की हत्या कराई थी. उसके कहने पर ही वीरेंद्र ने गोली मारकर महेंद्र पाल गंगवार को मौत के घाट उतारा था. आरोपी के पास से दो जिंदा कारतूस समेत 315 बोर का एक तमंचा पुलिस ने बरामद किया.
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महेंद्र को मौत के घाट उतारने की साजिश रचने वाला बहनोई मनोज कुमार उर्फ गुड्डू अभी फरार है. जहानाबाद थाना पुलिस ने दूसरे आरोपी वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि फरार अभियुक्त मनोज को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.