पीलीभीत: जिले में सामाजिक वानिकी प्रभाग के एक एसडीओ पर अपने ही विभाग के वन दारोगा और अन्य कर्मचारियों को कान पकड़कर उठक-बैठक कराने और फिर मुर्गा बनाने का आरोप लगा है. वर्दी में ड्यूटी कर रहे वन दारोगा के साथ अभद्र व्यवहार और उसके बाद कान पकड़ कर उठक-बैठक लगवाने से अन्य कर्मचारी आहत हैं. कर्मचारियों ने तत्काल पूरे प्रकरण की जांच और एसडीओ को हटाने की मांग की है. मामले में बरेली मंडल के सीसीएफ (चीफ कन्जर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट) ने पीड़ित कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं. इसके बाद एसडीओ पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है.
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पूरनपुर रेंज का है मामला
मामला पूरनपुर रेंज का है. रेंज में तैनात वन दारोगा बाबूराम कार्य क्षेत्र भगवंतापुर में 23 दिसंबर 2020 को एक कटान के मामले में लकड़ी की नाप करने पहुंचे थे. मौके पर मौजूद एसडीओ हेमंत कुमार सेठ ने पुनः वन दारोगा से लकड़ी की नाप कराई तो उसमें फर्क पाया गया. इस मामले में एसडीओ ने रेंजर सहित सभी कर्मचारी को फटकार लगाते हुए लकड़ी की दोबारा नाप करने के आदेश दिए थे. वन दारोगा बाबूराम ने एसडीओ हेमंत कुमार सेठ पर आरोप लगाए कि एसडीओ ने उन्हें वर्दी में मुर्गा बनाया. इसके साथ ही ग्रामीण और कर्मचारियों के सामने अभद्र व्यवहार किया.
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दोनों पक्षों के बयान होंगे दर्ज
वन दारोगा की शिकायत के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डिप्टी रेंजर नदीम अहमद और पीलीभीत संघ के अध्यक्ष वन दारोगा नवनीत यादव ने इस मामले को प्रदेश स्तर तक ले गए हैं. संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा के कर्मचारियों के साथ अभद्रता और बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बरेली मंडल के सीसीएफ (मुख्य वन संरक्षक) ललित कुमार वर्मा ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व पहुंचकर कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं. सीसीएफ ने बताया कि एसडीओ के बयान अभी होने बाकी हैं. दोनों पक्षों से मामले की जानकारी लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी.