पीलीभीत: जिले में एक फर्जी शिक्षिका मिलने का मामला सामने आया है. फर्जी शिक्षिका कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शारीरिक शिक्षा विषय के पूर्णकालिक पद पर तैनात थी. जांच में ये बात सामने आई है कि अंकों में फेरबदल कर शिक्षिका ने नौकरी पाई थी. मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने फर्जी शिक्षिका की सेवा समाप्त कर, एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. साथ ही 11,16,407 रुपये की रिकवरी के आदेश भी दिए गए हैं.
जिले की ललौली खेड़ा विकासखंड के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एक फर्जी शिक्षिका इंदु देवी फर्जी तरह से तैनात थी. शिक्षिका इंदु देवी ने अपने स्नातक के प्रमाण पत्र में अंकों में फेरबदल कर कूट रचित तरह से अंक बढ़ाकर नौकरी पाई थी. बीएसए ऑफिस में चल रही शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की चेकिंग के दौरान यह मामला सामने आया है. जिसमें पता चला कि इंदु देवी कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में शारीरिक शिक्षा की पूर्णकालिक शिक्षिका थी. इंदु देवी की नियुक्ति 3 नवंबर 2015 को हुई थी. प्रमाण पत्रों की चेकिंग के दौरान सामने आए फर्जीवाड़े को देख इसकी जानकारी जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को दी गई.
मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बीएसए देवेंद्र स्वरूप की संस्तुति पर शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी. साथ ही फर्जी शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही 11 लाख 16 हजार 407 रुपये की रिकवरी कराने के आदेश दिए हैं.
मामले की जानकारी देते हुए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि इंदु देवी नाम की महिला फर्जी तरह से नौकरी कर रही थी. जिलाधिकारी के आदेश पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और रिकवरी के आदेश दिए गए हैं. फिलहाल शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी गई है.