पीलीभीत : जनपद की की पहचान उसके वन क्षेत्र के लिए है. पीलीभीत का जंगल करीब 73000 हेक्टेयर में फैला हुआ है. पीलीभीत का जंगल बाघों के संरक्षण के लिए जाना जाता है. अब पीलीभीत टाइगर रिजर्व में हांथियों की भी इंट्री हो रही है. प्रत्येक रेंज में 2 हांथियों को रखा जाएगा, जिससे बाघ का आसानी से रेस्क्यू किया जा सकेगा.
बाघों के साथ अब हांथी भी -
- जनपद में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अब हांथियों को लाया जाएगा.
- इन हांथियों को कर्नाटक या केरल से लाया जाएगा.
- पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 30 से बढ़कर 55 हुई है.
- हांथियों कि सहायता से बाघ का आसानी से रेस्क्यू भी किया जा सकेगा.
- टाइगर रिजर्व में कुल 10 हांथियों को लाया जाएगा.
- प्रत्येक रेंज में 2 हांथियों को रखा जाएगा.
इस बार पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 10 हांथियों को लाया जाएगा. प्रत्येक रेंज में 2-2 हांथियों को रखा जाएगा. इन हांथियों को रखने से बाघ का रेस्क्यू बेहद ही आसानी से किया जा सकेगा.
- नवीन खंडेलवाल, डीएफओ