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अयोध्या श्रीराम विवाह उत्सव; जयपुर की ज्वैलरी पहन दूल्हा बनेंगे मर्यादा पुरुषोत्तम, बनारस की चाट का स्वाद लेंगे बाराती

RAM VIVAAH UTSAV : समारोह की तैयारी पूरी. 6 दिसंबर को निकलेगी भव्य बारात. दशरथ महल में चल रही राम कथा.

अयोध्या में भगवान श्री राम के विवाह उत्सव का आगाज
कल से शुरू होगी राम विवाह की रस्में (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

अयोध्या : रामनगरी में भगवान श्रीराम के विवाह उत्सव का आगाज हो चुका है. मंदिर में राम कथा के साथ रिवाजों को निभाने की परंपरा भी शुरू हो चुकी है. रविवार को रामकोट स्थित दशरथ महल में मंगल गायन और राम कथा की शुरुआत की गई. जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य कथा के जरिए प्रभु श्रीराम का गुणगान कर रहे हैं. रामनगरी से 26 नवंबर को राम बारात नेपाल के जनकपुर के लिए निकली थी. मंगलवार को यह बारात जनकपुर पहुंचेगी. वहीं राम नगरी में 6 दिसंबर को राम बारात निकाली जाएगी. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.

दशरथ महल के उत्तराधिकारी राम भूषण दास कृपालु ने बताया कि मंगल गायन और लग्न पत्रिका के साथ विवाह उत्सव की शुरुआत हो गई है. दशरथ महल गद्दी के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य महाराजा दशरथ की भूमिका निभाएंगे तो वहीं जनकपुर से आए महंत स्वामी श्रीविश्व देवाचार्य राजा जनक की भूमिका में होंगे.

6 दिसंबर को निकलेगी राम बारात : राम जन्मभूमि में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्रीराम विवाह का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. अलग-अलग मंदिरों से विवाह पंचमी के मुहूर्त पर 6 दिसंबर को राम बारात निकाली जाएगी. इसमें संत-महंत दशरथ, जनक और महर्षि की भूमिका में नजर आएंगे.

वहीं श्री जानकी महल ट्रस्ट में मिथिला पद्धति से विवाहोत्सव मनाया जाता है. यहां पर भगवान राम को दूल्हा सरकार और किशोरी जी को बेटी माना जाता है. श्री जानकी महल ट्रस्ट का सीताराम विवाहोत्सव देखने के लिए विदेशों से भी भक्त आते हैं. यहां का विवाहोत्सव सुप्रसिद्ध है. इसके साथ ही कनक भवन, लक्ष्मणकिला, हनुमान बाग, दशरथ राजमहल बड़ा स्थान रसमोद कुंज रंग महल विअहुती भवन आदि का विवाहोत्सव देखने के लिए लोग आतुर रहते हैं.

दिल्ली की मशहूर रामलीला जो प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला के सम्मुख लीला कर चुकी है. वही लीला इस बार राम विवाह में जानकी महल की शोभा बढ़ाएगी. इसके साथ ही दूल्हा सरकार व किशोरी जी के लिए ट्रस्ट ने जयपुर के रुकमण ज्वैलर्स से विशेष आभूषण बनवाएं हैं, जो विवाह उत्सव पर युगल सरकार को समर्पित किया जाएगा.

खान-पीन की विशेष व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से : वर पक्ष व वधू पक्ष मिलाकर करीब 1 हजार लोगों के लिए खाने-पीने की विशेष व्यवस्था ट्रस्ट ने कराई है. बनारस की मशहूर चाट विक्रेता उघोगपति अंबानी परिवार के विवाह की सेवा दे चुके हैं. वे इस बार भगवान राम के बारातियों की सेवा में शामिल होंगे. कोलकाता का चाय टोस्ट व कानपुर की दूध का सभी लोग लुफ्त उठाएंगे. वर पक्ष की अगुवाई दिल्ली के मुरारी लाल अग्रवाल करेंगे तो वधू पक्ष जानकी महल ट्रस्ट दुल्हा सरकार व बारातियों की सेवा करेगा.

कल गणेश पूजन से शुरु होगीं रश्में : वही श्री राम विवाह उत्सव के दौरान हजारों लोगों को वस्त्र, कंबल, राशन व ऊनी कपड़े भेंट किये जाएंगे. विवाहोत्सव का केंद्र जानकीमहल ट्रस्ट तैयारियों के साथ ही उत्सव के आगोश में डूबता जा रहा है. यहां उत्सव का आगाज 3 दिसंबर मंगलवार की प्रथम बेला में रामार्चा महायज्ञ एवं सायं रामलीला की प्रस्तुति तथा गणेश पूजन से शुरु होगा. बुधवार को फुलवारी सायं विवाहगीत एवं रामलीला की प्रस्तुति संयोजित है. इसे हल्दात, तिलक, मेंहदी, बिनौरी नेग न्यौछावरी नेग, घुड़चढ़ी, बरात प्रस्थान, वैवाहिक कार्यक्रम और विवाहोत्सव के अगले दिन छप्पन भोग तथा कुंवर कलेवा के आयोजनों से समझा जा सकता है. उत्सव को लेकर निमंत्रण पत्रिका छपी हैं, जो विशिष्ट लोगों को वितरण की जा रही हैं.

यह भी पढ़े : कल जनकपुर पहुंचेगी राम बारात; 6 को अयोध्या में विवाह उत्सव, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, बाहरी व्यापारियों का वेरिफिकेशन

अयोध्या : रामनगरी में भगवान श्रीराम के विवाह उत्सव का आगाज हो चुका है. मंदिर में राम कथा के साथ रिवाजों को निभाने की परंपरा भी शुरू हो चुकी है. रविवार को रामकोट स्थित दशरथ महल में मंगल गायन और राम कथा की शुरुआत की गई. जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य कथा के जरिए प्रभु श्रीराम का गुणगान कर रहे हैं. रामनगरी से 26 नवंबर को राम बारात नेपाल के जनकपुर के लिए निकली थी. मंगलवार को यह बारात जनकपुर पहुंचेगी. वहीं राम नगरी में 6 दिसंबर को राम बारात निकाली जाएगी. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.

दशरथ महल के उत्तराधिकारी राम भूषण दास कृपालु ने बताया कि मंगल गायन और लग्न पत्रिका के साथ विवाह उत्सव की शुरुआत हो गई है. दशरथ महल गद्दी के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य महाराजा दशरथ की भूमिका निभाएंगे तो वहीं जनकपुर से आए महंत स्वामी श्रीविश्व देवाचार्य राजा जनक की भूमिका में होंगे.

6 दिसंबर को निकलेगी राम बारात : राम जन्मभूमि में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्रीराम विवाह का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. अलग-अलग मंदिरों से विवाह पंचमी के मुहूर्त पर 6 दिसंबर को राम बारात निकाली जाएगी. इसमें संत-महंत दशरथ, जनक और महर्षि की भूमिका में नजर आएंगे.

वहीं श्री जानकी महल ट्रस्ट में मिथिला पद्धति से विवाहोत्सव मनाया जाता है. यहां पर भगवान राम को दूल्हा सरकार और किशोरी जी को बेटी माना जाता है. श्री जानकी महल ट्रस्ट का सीताराम विवाहोत्सव देखने के लिए विदेशों से भी भक्त आते हैं. यहां का विवाहोत्सव सुप्रसिद्ध है. इसके साथ ही कनक भवन, लक्ष्मणकिला, हनुमान बाग, दशरथ राजमहल बड़ा स्थान रसमोद कुंज रंग महल विअहुती भवन आदि का विवाहोत्सव देखने के लिए लोग आतुर रहते हैं.

दिल्ली की मशहूर रामलीला जो प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला के सम्मुख लीला कर चुकी है. वही लीला इस बार राम विवाह में जानकी महल की शोभा बढ़ाएगी. इसके साथ ही दूल्हा सरकार व किशोरी जी के लिए ट्रस्ट ने जयपुर के रुकमण ज्वैलर्स से विशेष आभूषण बनवाएं हैं, जो विवाह उत्सव पर युगल सरकार को समर्पित किया जाएगा.

खान-पीन की विशेष व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से : वर पक्ष व वधू पक्ष मिलाकर करीब 1 हजार लोगों के लिए खाने-पीने की विशेष व्यवस्था ट्रस्ट ने कराई है. बनारस की मशहूर चाट विक्रेता उघोगपति अंबानी परिवार के विवाह की सेवा दे चुके हैं. वे इस बार भगवान राम के बारातियों की सेवा में शामिल होंगे. कोलकाता का चाय टोस्ट व कानपुर की दूध का सभी लोग लुफ्त उठाएंगे. वर पक्ष की अगुवाई दिल्ली के मुरारी लाल अग्रवाल करेंगे तो वधू पक्ष जानकी महल ट्रस्ट दुल्हा सरकार व बारातियों की सेवा करेगा.

कल गणेश पूजन से शुरु होगीं रश्में : वही श्री राम विवाह उत्सव के दौरान हजारों लोगों को वस्त्र, कंबल, राशन व ऊनी कपड़े भेंट किये जाएंगे. विवाहोत्सव का केंद्र जानकीमहल ट्रस्ट तैयारियों के साथ ही उत्सव के आगोश में डूबता जा रहा है. यहां उत्सव का आगाज 3 दिसंबर मंगलवार की प्रथम बेला में रामार्चा महायज्ञ एवं सायं रामलीला की प्रस्तुति तथा गणेश पूजन से शुरु होगा. बुधवार को फुलवारी सायं विवाहगीत एवं रामलीला की प्रस्तुति संयोजित है. इसे हल्दात, तिलक, मेंहदी, बिनौरी नेग न्यौछावरी नेग, घुड़चढ़ी, बरात प्रस्थान, वैवाहिक कार्यक्रम और विवाहोत्सव के अगले दिन छप्पन भोग तथा कुंवर कलेवा के आयोजनों से समझा जा सकता है. उत्सव को लेकर निमंत्रण पत्रिका छपी हैं, जो विशिष्ट लोगों को वितरण की जा रही हैं.

यह भी पढ़े : कल जनकपुर पहुंचेगी राम बारात; 6 को अयोध्या में विवाह उत्सव, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, बाहरी व्यापारियों का वेरिफिकेशन

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