पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में अब तमाम राजनीतिक पार्टियां सत्तासीन भाजपा पर निशाना साधते नजर आ रही हैं. पूरे मामले के खुलासे के लिए एडीजी ने 3 जिलों की फोर्स समेत दो आईपीएस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी है.
शनिवार को बरखेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की रहने वाली नाबालिग छात्रा ट्यूशन जाने के लिए घर से निकली थी. शनिवार देर रात नाबालिग छात्रा का शव गांव के बाहर स्थित गन्ने के खेत में बरामद हुआ था. परिजनों की तहरीर पर गैंगरेप और हत्या का मामला पुलिस ने पंजीकृत किया था. इस पूरे मामले को 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस मामले का खुलासा करने में नाकाम साबित हो रही है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए 7 सदस्य प्रतिनिधिमंडल गठित किया गया था. कांग्रेस के पूर्व सांसद जफर अली नकवी के नेतृत्व में 7 सदस्य डेलिगेशन बुधवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने गांव पहुंचा और परिवारजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. पूर्व सांसद जफर अली नकवी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी निजी तौर पर लोगों की मदद की है. पार्टी जल्द ही इस परिवार की आर्थिक तौर पर मदद देगी.
4 दिन बाद भी पुलिस द्वारा घटना का खुलासा न कर पाने के कारण अब पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. नाबालिग छात्रा के भाई ने मीडिया के सामने आकर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने और जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग उठाई है.
बरेली जोन एडीजी अविनाश चंद्र बुधवार को पीलीभीत पहुंचे. स्थानीय पुलिस से जानकारी लेने के बाद देर शाम एडीजी वापस लौट गए. वहीं आईजी बरेली रेंज रमित शर्मा खुद बरखेड़ा थाने में बीते 2 दिनों से डेरा जमाए हुए हैं.
आईजी रमित शर्मा के नेतृत्व में पीलीभीत पुलिस कप्तान दिनेश पी समेत शाहजहांपुर के एसपी लगातार वारदात का खुलासा करने के लिए काम कर रहे हैं. वहीं पीलीभीत, बरेली और शाहजहांपुर की कई टीमों को इस मामले के खुलासे के लिए लगाया गया है. वहीं इस मामले को लेकर बरेली में समाजवादी पार्टी की समाजवादी युवा जनसभा और छात्र सभा के पदाधिकारियों ने कैंडल मार्च निकालकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. ये कैंडल मार्च को बरेली के पटेल चौक पर निकाला गया. समाजवादी युवजन सभा के बरेली के जिलाध्यक्ष गजेंद्र कुर्मी ने कहा कि बीजेपी सरकार में महिलाएं और छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप