पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही कानून व्यवस्था पर लगाम लगाने की बात करते हो, लेकिन अब आलम यह है कि सरकारी कार्यालय में पहुंचकर भी अपराधी अपराध करने में नहीं घबराते. दरअसल, मामला पीलीभीत के नगर पालिका परिषद का है. जहां पत्रावली दबाए रखने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद सफाई नायक ने नगर पालिका परिषद पहुंचकर सफाई निरीक्षक पर तमंचा तान दिया और जान से मारने की धमकी देकर सफाई नायक फरार हो गया. अब इस पूरे मामले में पीड़ित सफाई निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
दरअसल, पीलीभीत की नगर पालिका परिषद में तैनात सफाई निरीक्षक आबिद अली सुनगढ़ी ने बताया है कि शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे वह नगर पालिका में अपने कार्यों में व्यस्त थे, तभी कार्यवाहक सफाई निरीक्षक अमीर चंद्र कार्यालय में घुस आए और अभद्रता करते हुए गाली गलौज करने लगे. आरोप लगाया कि तुमने मेरी पत्रावली छुपा रखी है, अगर मुझे पत्रावली नहीं दी गई तो मैं तुम्हें जान से मार दूंगा.
सफाई निरीक्षक की माने तो सफाई नायक मारपीट पर आमादा हो गया और कपड़े में छुपा कर लाए देशी तमंचे को लहरा कर उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की. जब बीच बचाव करने के लिए पालिका में ही तैनात कर्मचारी पहुंचे तो बाद में देख लेने की धमकी देकर आरोपी मौके से फरार हो गया.
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पीड़ित सफाई निरीक्षक ने सुनगढ़ी पुलिस को तहरीर देकर पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है. इसके साथ ही पीड़ित सफाई निरीक्षक आबिद अली का कहना है कि आरोपी उन्हें हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी भी दे रहा है. इस पूरे मामले में पुलिस से मिली तहरीर के आधार पर पुलिस ने गाली-गलौज मारपीट जैसी धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. सुनगढ़ी थानाध्यक्ष श्रीकांत दुबे का कहना है कि पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है.