पीलीभीत: जिले में डीएम पुलकित खरे की सख्ती के बाद भी धान खरीद में बिचौलियों का दखल कम नहीं हो रहा है. बरेली मंडल आरएफसी जोगेंद्र सिंह ने पीलीभीत मंडी क्रय केंद्र पर छापे के दौरान खाद्यान्न माफिया के एक गुर्गे को फर्जी तरीके से ध्यान बेचते हुए पकड़ा लिया. इससे मंडी में हड़कंप मच गया. आरएफसी के निर्देश पर बिचौलिए के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ट्रैक्टर-ट्राली, धान और मोबाइल जब्त कर लिया गया.
दरअसल, पीलीभीत जिलाधिकारी पुलकित खरे की धान खरीद को लेकर सख्ती के बावजूद मंडी समिति में बिचौलिए हावी हैं. इसको लेकर पीलीभीत मंडी में मंडल (बरेली) के प्रभारी आरएफसी (रीजन फ़ूड कमिश्नर) जोगेन्द्र सिंह ने छापा मारा. छापे के दौरान UPSS के धान क्रय केन्द्र पर RFC पूरी टीम के साथ पहुंचे. मौके पर जो धान, क्रय केंद्र पर तौला जा रहा था. RFC ने जब किसान का सत्यापित कागज देखा और केंद्र प्रभारी से पूछा तो पता चला कि वह बिना कागज के ही उस किसान का धान तौल रहे थे. इसको देख RFC भड़क उठे.
किसान की जब तलाशी ली गई तो उसके बैग में एक दर्जन सत्यापित कागज मिले. इससे यह साफ हो गया कि यह किसान नहीं बल्कि किसी खाद्यान्न माफिया का गुर्गा है. जो केंद्र प्रभारी की मिलीभगत से अपना धान तौलवा रहा था. बिचौलिया के पास से अलग-अलग नामों के सत्यापित कागज भी मिले. इस पर RFC ने बिचौलिए के खिलाफ UPSS के जिला प्रबंधक की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया. वहीं बिचौलिए को तत्काल गिरफ्तार कर थाना सुनगढ़ी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही बिचौलिए के पास मिले कागज, ट्रैक्टर-ट्राली और धान को जब्त कर लिया गया.
इल दौरान बरेली मंडल के RFC गजेन्द्र सिंह ने बताया कि मंडी समिति में छापेमारी की गई थी. छापेमारी के दौरान एक बिचौलिया मिला. जिसके पास 12 से 15 रजिस्ट्रेशन मिला. इस पर संबंधित थाने में तहरीर दे दी गई है और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.