पीलीभीत: जिले की सदर तहसील की देवीपुरा गोशाला में गोवंशों की लगातार मौत हो रही थी, जिस पर पशुपालन विभाग ने अपनी गर्दन बचाते हुए काफी समय पहले मर चुके गोवंशों का फर्जी तरह से समायोजन कर 134 गोवंश को भरा पचपेड़ा गोशाला शिफ्ट करना दिखा दिया, लेकिन 134 गोवंश पहले ही मर चुके थे.
पशुपालन विभाग ने इसकी फर्जी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी. मामला मीडिया में आया तो हड़कंप मच गया. शासन ने जिलाधिकारी से इसकी जांच कराने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी न्यायिक देवेंद्र मिश्र और तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र को जांच अधिकारी बनाया. दोनों अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी, जिससे मामला सामने आया कि यह 134 गोवंश पशु काफी दिन पहले ही मर चुके थे.
पशुपालन विभाग ने खुद को बचाते हुए इसका फर्जी तरह से समायोजन करके 134 गोवंश पशु को झूठ ही भरापचपेड़ा गोशाला फर्जी तरह से शिफ्ट करना दिखा दिया, जिसकी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचाई गई. मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय से नाराजगी जाहिर की गई, जिस पर पशुपालन अनुभाग के प्रमुख सचिव भुवनेश कुमार ने पत्र जारी कर शासन स्तर से जांच के आदेश दिए. अब जिला पशुपालन विभाग पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
पीलीभीत के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि 134 गोवंश पशु का फर्जी तरह से समायोजन पशुपालन विभाग द्वारा किया गया था, हमारे द्वारा जिला स्तरीय जांच रिपोर्ट भेज दी गई थी, जिस पर अब शासन स्तर से जांच हो रही है.