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भगीरथी नदी में बह जाने से बीएसफ जवान शहीद, 36 घंटे बाद बरामद हुआ शव - BSF jawan Amit

पश्चिम बंगाल के फरक्का में शहीद हुए जवान के पार्थिव शरीर को उसके पैतृक गांव खरड़ लाया जा रहा है. जवान अमित नाव से गश्त के दौरान भागीरथी नदी में गिरकर शहीद हो गया था.

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बीएसफ जवान अमित
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Published : Oct 16, 2022, 5:28 PM IST

मुजफ्फरनगरः जिले के खरड़ गांव निवासी बीएसएफ की 115वीं बटालियन का जवान अमित कुमार का पार्थिव शरीर 36 घंटे बाद रविवार को बांग्लादेश में मिला है. जवान अमित कुमार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में सीमा पार से हो रही गतिविधियों को रोकने के क्रम में ड्यूटी पर तैनात थे. ड्यूटी के दौरान उनकी नाव का संतुलन बिगड़ गया था. नाव भागीरथी नदी में पलट गई थी. हादसे में बीएसएफ जवान अमित कुमार नदी के तेज बहाव में बह गए थे.

शहीद जवान अमित के के पिता चंद्रपाल सिंह किसान हैं, जबकि उनका भाई भीम सिंह भी सेना में तैनात है. परिवारीजन और ग्राम प्रधान विकास कुमार ने बताया कि '14 अक्टूबर की देर रात लगभग 11 बजे अमित के शहीद होने की सूचना मिली थी, जिसका शव आज यानी 16 अक्टूबर को लगभग 9 बजे इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर पहुंच जाएगा. अमित का भाई भीम सिंह जो सेना में ही तैनात है वह शहीद अमित के पार्थिव शरीर के साथ आ रहा है.'

गांव खरड़ से कृष्ण कुमार, करण पाल, प्रधान विकास कुमार और मांगा सहित कई लोग अमित के पार्थिव शरीर को लेने दिल्ली जा रहे हैं. उन्हें अमित के शहीद होने की सूचना मिली थी, तो क्षेत्रीय सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री संजीव बालियान ने शहीद अमित के शव को तलाशने और खरड़ तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान फिलहाल गुजरात दौरे पर हैं. शहीद अमित कुमार की पत्नी बबीता, दो बेटी और एक छोटा बेटा है. बड़ी बेटी लगभग नौ वर्ष की बताई जा रही है. घटना के बाद से पूरा गांव शोक में डूबा है.

पढ़ेंः बुझ गया जादू का सितारा, मशहूर जादूगर ओपी शर्मा का निधन, घर पहुंचा शव

मुजफ्फरनगरः जिले के खरड़ गांव निवासी बीएसएफ की 115वीं बटालियन का जवान अमित कुमार का पार्थिव शरीर 36 घंटे बाद रविवार को बांग्लादेश में मिला है. जवान अमित कुमार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में सीमा पार से हो रही गतिविधियों को रोकने के क्रम में ड्यूटी पर तैनात थे. ड्यूटी के दौरान उनकी नाव का संतुलन बिगड़ गया था. नाव भागीरथी नदी में पलट गई थी. हादसे में बीएसएफ जवान अमित कुमार नदी के तेज बहाव में बह गए थे.

शहीद जवान अमित के के पिता चंद्रपाल सिंह किसान हैं, जबकि उनका भाई भीम सिंह भी सेना में तैनात है. परिवारीजन और ग्राम प्रधान विकास कुमार ने बताया कि '14 अक्टूबर की देर रात लगभग 11 बजे अमित के शहीद होने की सूचना मिली थी, जिसका शव आज यानी 16 अक्टूबर को लगभग 9 बजे इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर पहुंच जाएगा. अमित का भाई भीम सिंह जो सेना में ही तैनात है वह शहीद अमित के पार्थिव शरीर के साथ आ रहा है.'

गांव खरड़ से कृष्ण कुमार, करण पाल, प्रधान विकास कुमार और मांगा सहित कई लोग अमित के पार्थिव शरीर को लेने दिल्ली जा रहे हैं. उन्हें अमित के शहीद होने की सूचना मिली थी, तो क्षेत्रीय सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री संजीव बालियान ने शहीद अमित के शव को तलाशने और खरड़ तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान फिलहाल गुजरात दौरे पर हैं. शहीद अमित कुमार की पत्नी बबीता, दो बेटी और एक छोटा बेटा है. बड़ी बेटी लगभग नौ वर्ष की बताई जा रही है. घटना के बाद से पूरा गांव शोक में डूबा है.

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