मुजफ्फरनगरः नए कृषि कानून के विरोध में शुक्रवार को जीआईसी मैदान में हो रही महापंचायत में लाखों की संख्या में किसान एकजुट हुए. इस महापंचायत में किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा समर्थन दिया गया है. सभी राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता इस महापंचायत में उपस्थित हैं.
लाठीचार्ज से आहत किसान ने की महापंचायत
महापंचायत में एकत्र हुए लाखों किसान केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं. वहीं किसान आंदोलन को लेकर सरकार द्वारा दिल्ली में दिखाई गई बर्बरता और लाठीचार्ज से आहत किसान आज इस महापंचायत को करने के लिए मजबूर हो गये हैं. महापंचायत में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है. महापंचायत में अपने समर्थकों के भारतीय किसान यूनियन के सुप्रीम चौधरी नरेश टिकैत पहुंच गए हैं. कुछ देर बाद इस महापंचायत को शुभारंभ होगा. किसान महापंचायत में ट्रैक्टर ट्रॉली से पहुंच गए हैं.
महापंचायत को लेकर छावनी में तब्दील जिला
किसानों की महापंचायत के मद्देनजर जिला प्रशासन ने जनपद को छावनी में तब्दील कर दिया है. पुलिस बल के अलावा अर्धसैनिक बलों की भी भारी संख्या में तैनाती की गई है. पुलिस के आला अधिकारी समूह बनाकर मौके का जायजा ले रहे हैं. इसके अलावा असामाजिक तत्व पर भी निगरानी रखी जा रही है. किसान पंचायत में मंच पर किसानों के अलावा राजनीतिक पार्टियों के नेता भी उपस्थित हैं. राष्ट्रीय लोक दल पार्टी और समाजवादी पार्टी ने किसानों को अपना पूर्ण रूप से समर्थन दिया है.
भाकियू सुप्रीमो ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
भारतीय किसान यूनियन सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा कि यह राजनीतिक मंच नहीं है बल्कि किसानों का मंच है. इस दौरान नरेश टिकैत ने भाजपा सरकार की निंदा की. उन्होंने कहा कि अगर कृषि कानून वापस नहीं होते तो किसानों का यह आंदोलन जारी रहेगा.