मुजफ्फरनगर: जनपद के कस्बा के बुढ़ाना में प्रसव के दौरान महिला की मौत की शिकायत पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद पंवार ने बुधवार को टीम के साथ लाइफ लाइन नर्सिंग होम पर छापा मारा. इस दौरान चिकित्सक मौके पर नहीं मिला, जिसके बाद अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने नर्सिंग होम को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया.
मुजफ्फरनगर निवासी राहुल कुमार ने प्रसव पीड़ा के चलते अपनी बहन रानी को एक सितंबर को कस्बे की सीएचसी में भर्ती किया था. मगर सीएचसी की चिकित्सक ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया था और परिवार वाले महिला को जिला चिकित्सालय न ले जाकर बुढ़ाना के लाइफ लाइन नर्सिंग होम में ले गए. नर्सिंग होम के चिकित्सक दिलशाद ने उन्हें इलाज का आश्वासन देते हुए गर्भवती महिला को भर्ती कर लिया था और बताया गया कि सीजेरियन ऑपरेशन से बच्चा हुआ है. मगर ऑपरेशन के दौरान महिला को खून अधिक बह गया, जिससे महिला की मौत हो गई. मामले की जानकारी लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया. इसके बाद परिजनों ने नर्सिंग होम पर जमकर हंगामा किया. ये देख चिकित्सक मौके से फरार हो गया था. अप्रशिक्षित चिकित्सक होने की शिकायत राहुल कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी और कोतवाली में की थी.
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अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि चिकित्सक को नोटिस देकर उसकी डिग्री और अन्य कागजात मांगे गए थे. लेकिन चिकित्सक ने कोई जवाब नहीं दिया. घटना के बाद से चिकित्सक फरार है और बताया कि जवाब न देने पर लाइफ लाइन नर्सिंग होम को सील कर दिया. इस दौरान पीएचसी बुढ़ाना के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सोनू कश्यप भी मौजूद रहे और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लाइफ लाइन नर्सिंग होम को सील करने की सूचना से अप्रशिक्षित चिकित्सकों की दुकानों के शटर गिर गए. अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बुढ़ाना में सात चिकित्सकों को नोटिस जारी किए गए हैं और डिग्री और कागजात न दिखाने पर उन्हें भी सील किया जाएगा.