मुजफ्फरनगर: उत्तराखंड के पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया ने गुरुवार को मुजफ्फरनगर के खतौली में एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान कांग्रेस पार्टी से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने बताया कि वे करीब 35 वर्षों से कांग्रेस के सच्चे वफादार मंत्री रहे, लेकिन अचानक उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. इससे उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंची. इसलिए अब वे बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
कांग्रेस के कद्दावर नेता ओर उत्तराखंड के पूर्व राज्यमंत्री रामकुमार वालिया 7 अगस्त को अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रामकुमार वालिया को भाजपा की सदस्यता दिलाई. उत्तराखंड जाते समय मुजफ्फरनगर के खतौली में कुछ समय के लिए सुनील वर्मा के आवास पर रामकुमार वालिया रुके और पत्रकारों के समक्ष अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि मान-सम्मान न मिलने और हाईकमान द्वारा उनकी बात न सुने जाने के कारण उनका कांग्रेस पार्टी से मोहभंग हो गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में न तो कोई नेतृत्व था और न ही कोई सिस्टम बचा था.
भाजपा नेता रामकुमार वालिया ने कहा कि कांग्रेस मां-बेटे की पार्टी बनकर रह गई है, जहां जमीन से जुड़े लोग अपमानित होते हैं. उन्होंने कहा कि जब मान सम्मान ही नहीं रहेगा तो हम पार्टी में नहीं रह सकते. हम पार्टी के नकारात्मक माहौल में घुट रहे थे. रामकुमार वालिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार अच्छा काम कर रही है. वे किसी के साथ पक्षपात नहीं कर रहे हैं. वहीं मेरठ में बढ़ रहे लव जिहाद पर उन्होंने कहा कि आज हर माता-पिता और अध्यापक को बच्चों को अच्छे संस्कार देने की जरूरत है. उनका मानना है कि लव जिहाद के लिए संस्कार जिम्मेदार हैं.
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