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मकर संक्रांति पर बाबा विश्वनाथ को लगा खिचड़ी का भोग, कुंभ से आए श्रद्धालुओं को बांटा गया खिचड़ी प्रसाद - KHICHDI OFFERED TO BABA VISHWANATH

मकर संक्रांति पर बाबा को 2018 से चढ़ाया जा रहा खिचड़ी का भोग, मंदिर समिति ने की 500 किलो खिचड़ी बाबा को अर्पित

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संक्रांति पर बाबा की दर पर भक्तों का सैलाब (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 14, 2025, 7:39 PM IST

वाराणसी: मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे देश के साथ साथ बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. एक तरफ प्रयागराज में मंगलवार को मकर संक्रांति के पावन पर्व पर करोड़ों लोग अमृत स्नान कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ धर्म नगरी बनारस में बाबा विश्वनाथ को भी संक्रांति के मौके पर मंदिर प्रशासन की तरफ से खिचड़ी का भोग लगाया गया. 2018 में बाबा विश्वनाथ के धाम में शुरू हुई परंपरा को लगातार निभाया जा रहा है. इस बार भी बाबा विश्वनाथ को कई कुंतल खिचड़ी अर्पित की गई. जिसे संन्यासियों को प्रसाद के रूप में देने के बाद आम भक्तों में इसका वितरण भी किया गया.

बता दें कि महाकुंभ में जुटी भीड़ गंगा स्नान के बाद वाराणसी भी पहुंच रही है. मंगलवार सुबह से ही वाराणसी में हर तरफ जबरदस्त जनसमूह देखने को मिल रहा है. गंगा घाट से लेकर बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है. मकर संक्रांति के मौके पर बाबा विश्वनाथ को खिचड़ी अर्पित करने की परंपरा मंदिर प्रशासन और न्यास परिषद की तरफ से निभाई गई. करीब 500 किलो से ज्यादा खिचड़ी बाबा विश्वनाथ को अर्पित की गई. दोपहर में भोग आरती के दौरान बाबा विश्वनाथ को चूड़ा मटर दही खिचड़ी का भोग लगाया गया. इसके बाद संन्यासियों को इस देने के बाद आम भक्तों में इसका वितरण देर शाम तक जारी रहा.

काशी विश्वनाथ को लगा खिचड़ी का भोग (Video Credit; ETV Bharat)

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि बाबा विश्वनाथ को हर त्यौहार पर विशेष श्रृंगार के साथ भोग लगाया जाता है. खिचड़ी का पावन पर्व हमेशा से ही सनातन धर्म से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. बाबा को भी खिचड़ी अर्पित करने की पुरानी परंपरा रही है. ये पुरातन समय से निभाई जाती रही, लेकिन बीच में किन्ही कारणों से इस पर विराम लगा था लेकिन इसे फिर से 2018 से शुरू किया गया और अनवरत रूप से ये जारी है. मंगलवार को भी बाबा विश्वनाथ को खिचड़ी के साथ अन्य भोग अर्पित किये गए.

यह भी पढ़ें : मकर संक्रांति 2025; काशी के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब, श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी

वाराणसी: मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे देश के साथ साथ बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. एक तरफ प्रयागराज में मंगलवार को मकर संक्रांति के पावन पर्व पर करोड़ों लोग अमृत स्नान कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ धर्म नगरी बनारस में बाबा विश्वनाथ को भी संक्रांति के मौके पर मंदिर प्रशासन की तरफ से खिचड़ी का भोग लगाया गया. 2018 में बाबा विश्वनाथ के धाम में शुरू हुई परंपरा को लगातार निभाया जा रहा है. इस बार भी बाबा विश्वनाथ को कई कुंतल खिचड़ी अर्पित की गई. जिसे संन्यासियों को प्रसाद के रूप में देने के बाद आम भक्तों में इसका वितरण भी किया गया.

बता दें कि महाकुंभ में जुटी भीड़ गंगा स्नान के बाद वाराणसी भी पहुंच रही है. मंगलवार सुबह से ही वाराणसी में हर तरफ जबरदस्त जनसमूह देखने को मिल रहा है. गंगा घाट से लेकर बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है. मकर संक्रांति के मौके पर बाबा विश्वनाथ को खिचड़ी अर्पित करने की परंपरा मंदिर प्रशासन और न्यास परिषद की तरफ से निभाई गई. करीब 500 किलो से ज्यादा खिचड़ी बाबा विश्वनाथ को अर्पित की गई. दोपहर में भोग आरती के दौरान बाबा विश्वनाथ को चूड़ा मटर दही खिचड़ी का भोग लगाया गया. इसके बाद संन्यासियों को इस देने के बाद आम भक्तों में इसका वितरण देर शाम तक जारी रहा.

काशी विश्वनाथ को लगा खिचड़ी का भोग (Video Credit; ETV Bharat)

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि बाबा विश्वनाथ को हर त्यौहार पर विशेष श्रृंगार के साथ भोग लगाया जाता है. खिचड़ी का पावन पर्व हमेशा से ही सनातन धर्म से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. बाबा को भी खिचड़ी अर्पित करने की पुरानी परंपरा रही है. ये पुरातन समय से निभाई जाती रही, लेकिन बीच में किन्ही कारणों से इस पर विराम लगा था लेकिन इसे फिर से 2018 से शुरू किया गया और अनवरत रूप से ये जारी है. मंगलवार को भी बाबा विश्वनाथ को खिचड़ी के साथ अन्य भोग अर्पित किये गए.

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