मुजफ्फरनगर: जिले में कचहरी परिसर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर शनिवार को ईंट निर्माता कल्याण समिति के बैनर तले प्रदर्शन किया. इस दौरान भट्ठा मालिकों ने कई मजदूरों के साथ अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा.
ईंट निर्माता कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार का कहना है कि उनकी 5 मांगे हैं, जिनको लेकर वह इकट्ठा हुए हैं. इसमें किसान, श्रमिक और भट्ठा मालिक भी हैं. इनकी मांग है कि NCR क्षेत्र में भट्ठा बंदी के आदेश दिए गए हैं, लेकिन पड़ोसी जिले सहारनपुर में ईंट का भट्ठा चल रहा है. ऐसे में क्या वहां का प्रदूषण मुजफ्फरनगर में नहीं आएगा. प्रमोद कुमार ने कहा कि अगर ऐसा है तो उनसे भी सहानुभूति रखते हुए उनकी मांगों को पूरा किया जाए. प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पूरे उत्तर भारत में समान औद्योगिक प्रदूषण नीति बनाई जाए. मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए NCR सहित पूरे उत्तर भारत में भट्ठों पर पकाई कार्य 1 फरवरी से 10 जुलाई नियत समय सीमा के लिए आदेश जारी किया जाए, क्योंकि उपरोक्त समय में तापक्रम बढ़ने से कोई प्रदूषण नहीं होता है.
उन्होंने कहा कि खेतों में गन्ने की पत्ती जलाने से प्रदूषण न के बराबर है. इसलिए किसानों पर कोई भी कार्रवाई न की जाए. किसानों के ट्रैक्टरों और गाड़ियों पर 10 और 15 साल की सीमा समाप्त हो. साथ ही किसानों का बकाया गन्ना भुगतान तुरंत किया जाए. प्रमोद कुमार ने कहा कि इन सभी मांगों को लेकर हम लोगों ने एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है.