मुजफ्फरनगर: लोकसभा 2019 के चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होना है. चुनाव प्रचार में सभी पार्टी अपने प्रत्याशी के प्रचार में ताकत झोंक रही हैं. इस दौरान जनसभाओं में एक दूसरे पर विवादित बयान भी सामने आ रहे है. मुजफ्फरनगर में प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी के काफिले पर हुए पथराव और नूनखेड़ा गांव में उसके भतीजों के साथ हुई मारपीट को लेकर संजीव बालियान ने सोमवार को जनसभा के दौरान बिना किसी का नाम लिए विपक्षियों को धमकी दी. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
भाजपा प्रत्याशी ने मंच से कहा कि संजीव बालियान मुजफ्फरनगर में पैदा हुआ था, संजीव बालियान यहीं है और चुनाव के बाद भी यहीं रहेगा. एक-एक से हिसाब होगा. आज जो ये अपराधी तत्व जनपद में घूम रहे हैं इन्हें मैं बता देना चाहता हूं कि मैं गांधीवादी नहीं हूं, मैं भगत सिंह वादी हूं. कोई अगर एक तमाचा मारेगा, उसको दो तमाचों से जवाब देना जानता हूं.
बालियान ने मंच से बोलते हुए कहा कि आज हमारे सामने चुनाव लड़ने आये है. साम्प्रदायिक सौहार्द की बात करते हैं, 5 साल तक 2013 से 2018 तक उनकी हिम्मत नहीं हुई कि मुजफ्फरनगर में कदम रख सकें. किसी के सुख दुख में नहीं गए, किसी को बचाने नहीं आये. जब 5 साल तक हम संकट मे थे, हमारा किसी ने पता नहीं लिया. जब अच्छे दिन आये हैं, मुजफ्फरनगर में शांति हुई है, तब कहते हैं कि साम्प्रदायिक सौहार्द बनाने आये हैं.
बालियान ने कहा कि ये लोग साम्प्रदायिक सौहार्द बनाने नहीं आये हैं, बल्कि मुजफ्फरनगर में अपराधियों को वापस लाने के लिए आये हैं. आज चुनाव प्रचार के दौरान आप देखते हैं पूरे उत्तर प्रदेश के सबसे कुख्यात अपराधी इनके साथ घूमते हैं. जो अपराधी योगी जी के डर से भाग गए थे, वो अपराधी गांव में आने शुरू हो गए हैं.
बालियान मंच से कहते दिखे कि मैं उनको कहना चाहता हूं कि आचार सहिंता तो एक महीने की है. एक महीने बाद उनको कौन बचाएगा. चुनाव लड़ने वाले तो दिल्ली वापस चले जायेंगे. इनकी कौन खोज खबर लेगा. योगी जी की पुलिस एक-एक का हिसाब लेगी. पिछले दिनों से लगातार पथराव की घटना हो रही हैं कहीं न कहीं बीजेपी के कार्यकर्ताओं को उत्तेजित किया जाता है.