चंदौली: सरकारी दुर्व्यस्था के चलते एडीएम न्यायिक अनिल कुमार त्रिपाठी इन दिनों खुद के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं. एडीएम ने बनारस के जिलाधिकारी पर बेघर करने का आरोप लगाया है. दरअसल एडीएम न्यायिक को वाराणसी डीएम कंपाउंड स्थित आवास संख्या बी-6 खाली करने का नोटिस दिया गया है, जबकि कमिश्नर वाराणसी ने चंदौली में आवास की अनुपलब्धता और बीमारी को देखते हुए उनके पक्ष में सहानुभूति पूर्वक विचार करने का निर्देश दिया है.
क्या है पूरा मामला?
दअरसल कुछ माह पहले वाराणसी में तैनात अपर जिलाधिकारी का तबादला चंदौली में एडीएम न्यायिक पद हुआ था. एडीएम को चंदौली में आवास आवंटित नहीं हुआ. वे अभी भी वाराणसी डीएम कंपाउंड स्थित सरकारी आवास में रह रहे हैं. एडीएम का कहना है कि वे गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं और जिले में चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है. ऐसे में वाराणसी आवास में उन्हें सहूलियत होती है, लेकिन वाराणसी के डीएम आवास खाली करने का दबाव बना रहे हैं. उनका आरोप है कि डीएम उनके साथ जोर जबरदस्ती करके मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं.
एडीएम न्यायिक को दिया गया नोटिस
वाराणसी डीएम कौशल राज शर्मा ने एडीएम अनिल त्रिपाठी को आवास खाली करने को 18 अक्टूबर तक का समय दिया है. जिलाधिकारी की ओर से जारी नोटिस में लिखा है कि 'आपका स्थानांतरण पूर्व में ही चंदौली में हो गया है. कई दफा नोटिस और पत्र देने के बावजूद आपने आवास खाली नहीं किया है. यह आवास अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय वाराणसी सिद्धार्थ यादव को आवंटित कर दिया गया है. ऐसे में सिद्धार्थ यादव को परेशानी हो रही है और सरकारी कार्य में भी बाधा पहुंच रही है.
साथ ही नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि '18 अक्टूबर तक आवास खाली नहीं करने की स्थिति में वीडियो रिकार्डिंग कराते हुए आपका पूरा सामान एक कमरे में रखवा दिया जाएगा और आवास पर अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय को कब्जा दिलवा दिया जाएगा.'