चंदौली: डीडीयू जीआरपी (GRP) व आरपीएफ (RPF) को बुधवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. सुरक्षाबलों ने स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन से दो लोगों को 30 लाख रुपये कैश के साथ पकड़ा. उनके पास इतनी बड़ी रकम से संबंधित कोई कागजात नहीं थे. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों वाराणसी से अवैध सोने की खरीद-फरोख्त का धंधा(Illegal purchase of gold from Varanasi) करते हैं.
जीआरपी इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि दून एक्सप्रेस में दो संदिग्ध व्यक्ति दिखे. उनके पास एक बैग था. उनसे बैग में रखे सामान के बारे में पूछताछ की गई तो जवाब नहीं दे पाए. इस पर बैग समेत दोनों को थाने ले आया गया. यहां देखा गया तो बैग में 30 लाख रुपये मिले. इसका कोई वैधानिक कागजात उनके पास मौजूद नहीं था. मामला अवैध कैश से जुड़ा था. ऐसे में आयकर विभाग को इसकी सूचना दे दी गई है. आयकर विभाग की टीम इसकी जांच करेगी.
पकड़े गए दोनों अभियुक्त पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाले हैं. एक का नाम झंडूधारा व दूसरे का नाम सजल पात्रा है. दोनों वाराणसी से पश्चिम बंगाल जा रहे थे. आशंका है कि ये दोनों अवैध सोने के अवैध कारोबार से जुड़े है. जो कि सोने की सप्लाई के बाद उसका रकम वसूली कर बंगाल लौट रहे थे. लेकिन, स्टेशन पर तैनात जवानों ने धर दबोचा.
गौरतलब है कि दिल्ली हावड़ा रेल रूट का डीडीयू जंक्शन तस्करी का ट्रांजिट जोन बन गया. 30 लाख नगदी पकड़े जाने के अलावा मंगलवार को भारी मात्रा में कछुए की खेप पकड़ी थी. इसके अलावा मादक पदार्थों (ड्रग्स हेरोइन) की तस्करी के लिए भी यह रेल रूट मुफीद साधन माना जाता है. यहीं नहीं बिहार में शराब बंदी के बाद शराब तस्करी भी डीडीयू जंक्शन से धड़ल्ले से की जाती है. सूत्रों की माने तो इस अवैध कारोबार को बाकायदा संस्थागत संरक्षण प्राप्त है.
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