चंदौली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के दौरान सपा विधायक प्रभुनरायण सिंह यादव और सीओ अनिरूद्ध सिंह के बीच हुई टकराव मामले को विधानसभा ने गंभीरता से लिया है. विधायक की शिकायत के बाद विधानसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना को पत्र भेजकर सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है. इसके लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है. सीओ का जवाब विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अवलोकन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच दिसंबर को चहनियां क्षेत्र के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम तपोस्थली के सुंदरीकरण कार्य का शिलान्यास करने के लिए आए थे. सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव और कार्यकर्ताओं ने जनसमस्याओं को लेकर सीएम को पत्रक सौंपने के लिए कार्यक्रम स्थल पर जाने लगे. चहनियां से सपाइयों का जुलूस निकला तो पुलिस ने बीच रास्ते लक्ष्मणगढ़ में उसे रोकने की कोशिश की. इसको लेकर विधायक की सकलडीहा सीओ से धक्कामुक्की और टकराव हुआ.
यही नहीं पुलिस ने इस मामले में सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया. जिसके बाद विधायक ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस मामले को उठाया. उन्होंने सीओ और पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए विधानसभा अध्यक्ष से आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी. विधानसभा ने इसको गंभीरता से लिया है. विधानसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव अरविंद पाठक ने इस मामले को लेकर संसदीय कार्य मंत्री को पत्र भेजा है.
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इस तरह बाबत पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा का पत्र प्राप्त हुआ है. दो सप्ताह के अंदर सीओ का पक्ष भेजने को कहा गया है. इसका अनुपालन किया जाएगा.