चंदौली: जनपद के मिनी महानगर नगर पालिका परिषद पीडीडीयू नगर ईओ और जनप्रतिनिधियों के बीच अखाड़ा बन गया है. पालिका सदस्यों ने अधिशासी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साथ ही भ्रष्टाचार का आरोप भी लगा रहे हैं. लेकिन सभासदों के समर्थन में अब पालिका चेयरमैन संतोष खरवार भी उतर आए हैं. उनका आरोप है कि ईओ की वजह से पालिका को लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है. खुद कमिश्नर से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे.
नगर पालिका अध्यक्ष संतोष खरवार का आरोप है कि ईओ अलीनगर स्थित जिस प्रेक्षागृह पर कब्जा जमाए हुए हैं. उसकी बुकिंग से नगर पालिका को प्रतिवर्ष लाखों रुपये राजस्व मिलता था. यहीं नहीं प्रेक्षागृह के पार्क को अमृत योजना के तहत 67 लाख रुपये के बजट से विकसित किया जा रहा है. आधे से अधिक काम हो चुका है. यह पार्क जनता के उपयोग के लिए है. लेकिन इसमें ईओ और उनका परिवार अकेले टहलता है. गार्ड लोगों को भीतर नहीं घुसने देते. हालांकि लोगों को दिखाने के लिए पार्क खुलने और बंद होने का समय लिखवा दिया है.
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आरोप है कि नगर पालिका के गांधी कॉम्प्लेक्स का हाल पिछले दो साल से अपने रिश्तेदार को रहने के लिए दे दिया है. जबकि इसकी बुकिंग से भी नगर पालिका के राजस्व में बढ़ोत्तरी होती थी. अपने वाहन में तेल भी नगर पालिका मद से भरवाते हैं. यहीं नहीं विकास के लिए 15वें वित्त की 5 करोड़ रुपये खाते में पड़ा है. लेकिन टेंडर नहीं किया जा रहा है. चेयरमैन ने बताया कि उच्चाधिकारियों से इसकी लिखित शिकायत की जाएगी. कमिश्नर से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराऊंगा.
वहीं, इस संबंध में ईओ कृष्ण चंद्र ने कहा कि प्रेक्षागृह में पिछले आठ सालों से अधिकारी ही रहते आये हैं. मेरे द्वारा नियम संगत तरीके से एचआरए की कटौती कराई जाती है, जिससे राजस्व की क्षति नहीं हुई है. कहा कि 15वें वित्त से 2.43 करोड़ का कार्य आवश्यक कार्रवाई के बाद पीडब्ल्यूडी भेजा गया है. सभी कार्य शासन की मंशा के अनुरूप कराये जा रहे हैं.
गौरतलब है कि ईओ और चेयरमैन की इस अदावत की नींव विधानसभा चुनाव के बाद से ही पड़ गया था, जो अब पटल पर आ रहा है. लेकिन इनके अहम के चलते नगर पालिका का विकास ठप पड़ा है, जिसका सीधा खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है.
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