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कबाड़ की दुकान पर मिलीं परिषदीय विद्यालयों की किताबें, बीएसए कराएंगे जांच

चंदौली में कबाड़ की दुकान पर परिषदीय विद्यालय की किताबें मिली है. बड़ी मात्रा के किताबें मिलने के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. बेसिक शिक्षा अधिकारी इस मामले की जांच कराने की बात कह रहे हैं.

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Published : Sep 1, 2021, 6:40 PM IST

चंदौली: सर्व शिक्षा अभियान को विभागीय अधिकारी किस कदर पलीता लगा रहे है. इसकी बानगी चंदौली में देखने को मिली. यहां कबाड़ की दुकान पर परिषदीय विद्यालय की किताबें मिली है. बड़ी मात्रा में किताबें मिलने के कारण हड़कंप मच गया. सूचना के बाद एसडीएम समेत बीएसए व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए. वहीं इस बीच किताबें बेचने आया शख्स मौके से फरार हो गया. जांच के दौरान पाया गया कि सभी किताबें पिछले और नए सत्र की हैं. फिलहाल बीएसए ने मामले की जांच के आदेश दिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.

नए शिक्षा सत्र के लिए जिला मुख्यालय से बीआरसी के लिए नयी किताबों का जत्था पिकअप पर लदकर रवाना हुआ‚ लेकिन वाहन चालक ने बीआरसी न जाकर किताबों के बंडल को बिछियां कला स्थित एक कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया. किताबें दो-चार नहीं थी, इनका वजन कुंतल में था. एसडीएम न्यायिक प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे और किताबों के बाबत पूछताछ की.

घटना की जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग को दी गई. तो शिक्षा विभाग के अफसरों के होश उड़ गए. आनन-फानन बीएसए समेत खंड शिक्षा अधिकारी और तमाम आला अफसर बिछियां कला स्थित कबाड़ी की दुकान पर पहुंचे और सरकारी किताबों को जब्त कर उनको जिला मुख्यालय भिजवाया. साथ ही पिकअप चालक के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी.

जिन किताबों से बच्चों का भविष्य उज्जवल होना था, उनको चंद रुपयों के लिए कबाड़ी की दुकानों पर बेच दिया गया. इस प्रकरण से समझा जा सकता है कि चंदौली में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चों की शिक्षा को लेकर कितना गंभीर और फिक्रमंद हैं. इस प्रकरण के उजागर होने के बाद पुस्तक वितरण प्रभारी समेत जिम्मेदार अफसरों और कर्मचारियों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया.

इस प्रकरण को लेकर बीएसए सुत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कबाड़ी के यहां से सत्र 2020-21 और 2021-22 की किताबें बड़ी तादाद में मिली हैं. यह किताबें कबाड़ी की दुकान पर कैसे पहुंची, इसकी जांच की जा रही है. इसमें दोषी अफसर व कर्मचारियों के खिलाफ विभाग सख्ती के साथ पेश आएगा.

चंदौली: सर्व शिक्षा अभियान को विभागीय अधिकारी किस कदर पलीता लगा रहे है. इसकी बानगी चंदौली में देखने को मिली. यहां कबाड़ की दुकान पर परिषदीय विद्यालय की किताबें मिली है. बड़ी मात्रा में किताबें मिलने के कारण हड़कंप मच गया. सूचना के बाद एसडीएम समेत बीएसए व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए. वहीं इस बीच किताबें बेचने आया शख्स मौके से फरार हो गया. जांच के दौरान पाया गया कि सभी किताबें पिछले और नए सत्र की हैं. फिलहाल बीएसए ने मामले की जांच के आदेश दिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.

नए शिक्षा सत्र के लिए जिला मुख्यालय से बीआरसी के लिए नयी किताबों का जत्था पिकअप पर लदकर रवाना हुआ‚ लेकिन वाहन चालक ने बीआरसी न जाकर किताबों के बंडल को बिछियां कला स्थित एक कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया. किताबें दो-चार नहीं थी, इनका वजन कुंतल में था. एसडीएम न्यायिक प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे और किताबों के बाबत पूछताछ की.

घटना की जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग को दी गई. तो शिक्षा विभाग के अफसरों के होश उड़ गए. आनन-फानन बीएसए समेत खंड शिक्षा अधिकारी और तमाम आला अफसर बिछियां कला स्थित कबाड़ी की दुकान पर पहुंचे और सरकारी किताबों को जब्त कर उनको जिला मुख्यालय भिजवाया. साथ ही पिकअप चालक के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी.

जिन किताबों से बच्चों का भविष्य उज्जवल होना था, उनको चंद रुपयों के लिए कबाड़ी की दुकानों पर बेच दिया गया. इस प्रकरण से समझा जा सकता है कि चंदौली में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चों की शिक्षा को लेकर कितना गंभीर और फिक्रमंद हैं. इस प्रकरण के उजागर होने के बाद पुस्तक वितरण प्रभारी समेत जिम्मेदार अफसरों और कर्मचारियों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया.

इस प्रकरण को लेकर बीएसए सुत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कबाड़ी के यहां से सत्र 2020-21 और 2021-22 की किताबें बड़ी तादाद में मिली हैं. यह किताबें कबाड़ी की दुकान पर कैसे पहुंची, इसकी जांच की जा रही है. इसमें दोषी अफसर व कर्मचारियों के खिलाफ विभाग सख्ती के साथ पेश आएगा.

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