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चंदौली: मनरेगा मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी, ब्लॉक मुख्यालय पर किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मजदूरों ने महिला अधिकार मंच के बैनर तले ब्लॉक मुख्यालय पर बकाया मजदूरी को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान महिला मजदूरों ने बकाया मजदूरी की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया.

मजदूरी न मिलने पर मजदूरों ने किया प्रदर्शन.
मजदूरी न मिलने पर मजदूरों ने किया प्रदर्शन.
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Published : Jun 25, 2020, 1:55 AM IST

चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में जहां मनरेगा मजदूरों का सहारा बना है. वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ में मनरेगा की बकाया मजदूरी को लेकर मजदूर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यहां महिला अधिकार मंच के बैनर तले ब्लॉक मुख्यालय पर मजदूरों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान अमदहा, चरनपुर और भगेलपुर की महिला मजदूरों ने बकाया मजदूरी की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया.

29 अप्रैल से 7 मई के दौरान मलेवर मार्ग पर कच्ची सड़क का निर्माण कार्य 250 मजदूरों ने किया. इसके अलावा 12 मई से 16 मई तक भगेलपुर मेन रोड तक कच्ची सड़क निर्माण कार्य में 250 मजदूरों ने काम किया. इसके अलावा पक्की सड़क की पटरी का मरम्मत कार्य में 80 मजदूरों ने काम किया है, लेकिन इनका भुगतान अब तक नहीं किया गया. लॉकडाउन के दौरान भी 22 मई से 4 जून तक कई किसानों के खेत का समतलीकरण का कार्य 31 मजदूरों ने किया, लेकिन अभी तक मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया.

प्रदर्शन करने वाले मजदूरों की मानें तो लॉकडाउन के दौरान कराए गए कार्य का भी भुगतान नहीं किया, जिससे वे भुखमरी के कगार पर हैं. इसके लिए कई बार जिम्मेदार लोगों को अवगत कराया गया, लेकिन मजदूरी नहीं मिली. मजदूरी न मिलने से आक्रोशित मजदूरों ने जिला प्रशासन को चेतवानी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया, तो मजदूर ब्लॉक मुख्यालय पर अनशन के लिए बाध्य होंगे. इस पूरे मामले पर सुदामा यादव ने कहा कि मजदूरी एक्टिव जनरेट न होने के कारण थोड़ी देर हुई है. जल्द ही सभी की मजदूरी का भुगतान कर दिया जाएगा.


ये भी पढ़ें- चंदौली: केंद्रीय कृषि मंत्री आज करेंगे वर्चुअल रैली, ढाई लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य

चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में जहां मनरेगा मजदूरों का सहारा बना है. वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ में मनरेगा की बकाया मजदूरी को लेकर मजदूर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. यहां महिला अधिकार मंच के बैनर तले ब्लॉक मुख्यालय पर मजदूरों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान अमदहा, चरनपुर और भगेलपुर की महिला मजदूरों ने बकाया मजदूरी की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया.

29 अप्रैल से 7 मई के दौरान मलेवर मार्ग पर कच्ची सड़क का निर्माण कार्य 250 मजदूरों ने किया. इसके अलावा 12 मई से 16 मई तक भगेलपुर मेन रोड तक कच्ची सड़क निर्माण कार्य में 250 मजदूरों ने काम किया. इसके अलावा पक्की सड़क की पटरी का मरम्मत कार्य में 80 मजदूरों ने काम किया है, लेकिन इनका भुगतान अब तक नहीं किया गया. लॉकडाउन के दौरान भी 22 मई से 4 जून तक कई किसानों के खेत का समतलीकरण का कार्य 31 मजदूरों ने किया, लेकिन अभी तक मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया.

प्रदर्शन करने वाले मजदूरों की मानें तो लॉकडाउन के दौरान कराए गए कार्य का भी भुगतान नहीं किया, जिससे वे भुखमरी के कगार पर हैं. इसके लिए कई बार जिम्मेदार लोगों को अवगत कराया गया, लेकिन मजदूरी नहीं मिली. मजदूरी न मिलने से आक्रोशित मजदूरों ने जिला प्रशासन को चेतवानी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया, तो मजदूर ब्लॉक मुख्यालय पर अनशन के लिए बाध्य होंगे. इस पूरे मामले पर सुदामा यादव ने कहा कि मजदूरी एक्टिव जनरेट न होने के कारण थोड़ी देर हुई है. जल्द ही सभी की मजदूरी का भुगतान कर दिया जाएगा.


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