चंदौली: सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भू-माफिया सुधरने को तैयार नहीं है. जिले में भू-माफियाओं ने जिलाधिकारी और विकास भवन की जमीन पर ही खेती शुरू कर दी है. मामला संज्ञान में आने पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. डीएम नवनीत सिंह चहल के निर्देश पर एसडीएम ने ट्रैक्टर से फसल को नष्ट कराया. वहीं 5 लोगों के खिलाफ सदर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया गया.
दरअसल मुख्यालय से सटे जसुरी गांव में जिलाधिकारी चंदौली के नाम दर्ज 40 बीघा जमीन के कुछ हिस्से पर गांव के ही दबंगों ने फसल की बोआई कर अतिक्रमण कर लिया. यहीं धान की खेती के लिए नर्सरी भी डाल दी. वहीं कुछ जमीन पर अरहर और हरे चारे के रूप में चरी की बोआई कर दी. जिला प्रशासन को इस मामले की जानकारी तब हुई जब स्थानीय लोगों ने शिकायत डीएम से की.
डीएम नवनीत सिंह चहल ने एसडीएम सदर को कब्जा हटाने के निर्देश दिये हैं. शनिवार को एसडीएम विजय बहादुर सिंह, तहसीलदार लालता प्रसाद, एसआई प्रदीप मिश्र लाव लश्कर के साथ जसुरी गांव पहुंचे. अधिकारियों के आने की खबर लगते ही अतिक्रमणकारी गांव से फरार हो गए. अधिकारियों ने सरकारी जमीन से धान की नर्सरी, अरहर, चरी को ट्रैक्टर से जोताई कराकर नष्ट करा दिया. इस मामले में क्षेत्रीय कानूनगो रविप्रकाश श्रीवास्तव की तहरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने एक ही परिवार के बनारसी यादव, नरसिंह यादव, रामराज यादव, मनोज यादव, प्रमोद यादव के खिलाफ सरकारी ज़मीन पर कब्जा करने और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.
5 लोगों पर मुकदमा दर्ज
गौजसुरी गांव में कबीर मठ के नाम से पूर्व में 40 बीघे जमीन खतौनी में दर्ज थी. तीन वर्ष पूर्व मठ की देखरेख कर रहे व्यक्ति ने जिलाधिकारी और विकास भवन के नाम जमीन की रजिस्ट्री कर दी. बावजूद इसके कई वर्षो से कुछ अतिक्रमणकारियों की निगाह जमीन पर लगी हुई है. बीते वर्ष धान की फसल लगाकर कब्जा कर लिया था.
ग्रामीणों की सूचना पर तहसील प्रशासन ने फसल को कुर्क कर लिया था. इस बार भी जमीन के कुछ हिस्से में धान की नर्सरी तो कुछ में अरहर और हरा चारा के लिए चरी की बोआई कर दी गई थी. एसडीएम सदर विजय बहादुर सिंह ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर खेती कर कब्जा करने की सूचना मिली. मौके पर पहुंचकर फसल नष्ट कराने के साथ ही 5 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.