चंदौलीः जिले के इंडस टॉवर टेक्नीशियन दीपक सिंह अपहरण कांड का पुलिस ने खुलासा किया है. मुगलसराय पुलिस, स्वाट और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने दीपक सिंह को दबोच लिया है. इसकी गिरफ्तारी मथुरा से हुई है. बताया जा रहा है कि उसके पास 24 टॉवर का काम था. इस काम में शामिल बीजेपी नेता गोपाल सिंह के हस्तक्षेत्र की वजह से उसे फसाने की साजिश के तहत खुद का अपहरण रच डाला. फिलहाल पुलिस ने अभियुक्त के सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्जकर जेल भेज दिया है. पुलिस के इस खुलासे ने ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लगा दी है.
दरअसल बुधवार को मुगलसराय कोतवाली पुलिस को सूचना मिली की करवत से एक शख्स दीपक कुमार सिंह का अपहरण कर लिया गया है. जिसमें परिजन द्वारा बताया गया कि एक स्कार्पियो गाड़ी से कुछ दिन से दीपक कुमार सिंह का पीछा किया जा रहा था. इस सूचना पर पुलिस ने तत्काल मौके पर जाकर प्राथमिक जांच प्रारम्भ की. परिजनों की लिखित तहरीर पर थाना मुगलसराय पर गोपाल सिंह उर्फ बबलू सिंह, विजय सिंह और अन्य के खिलाफ धारा 365/385 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया. जिसमें मुगलसराय पुलिस, स्वाट और सर्विलांस टीम चन्दौली द्वारा सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से अपहृत दीपक कुमार सिंह को मथुरा पुलिस के सहयोग से वृंदावन से बरामद कर लिया. जिसके कब्जे से एक अदद लाईसेन्सी रिवाल्वर 5 जिन्दा कारतूस बरामद किया गया.
टॉवर टेक्नीशियन अपहरण कांड का पुलिस ने किया खुलासा पूछताछ में दीपक कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि मैं 2010 से टावर टेक्निशियन के पद पर इन्डस टावर कम्पनी में कार्यरत हूं. जिसमें मौजूदा समय में मेरे कार्य क्षेत्र में 24 टॉवर आते हैं. जिसकी देखरेख मेरे द्वारा की जाती है. यहां के लोगों से टॉवर की देखरेख करायी जाती है. जिसमें से कुछ टॉवर की देखरेख बबलू सिंह द्वारा की जाती है. उसी टावर के काम में दीपक कुमार सिंह और बबलू सिंह के मध्य कुछ दिन पूर्व विवाद हुआ. जिसके बाद टेलीफोन पर दोनों के बीच कहासुनी हुई थी. इसी बात को लेकर दीपक कुमार सिंह ने बब्लू सिंह को फर्जी मुकदमें मे फंसाने की नियत से बुधवार को मुगलसराय से वापस अपने घर जाते समय अपने साले सुजीत कुमार सिंह को मोबाइल पर सूचना दी गयी कि एक स्कार्पियो गाड़ी उसका पीछा कर रही है.
टॉवर टेक्नीशियन अपहरण कांड का पुलिस ने किया खुलासा जिसके बाद दीपक ने अपनी स्विफ्ट डिजायर कार और अपना मोबाईल कार में छोड़ कर खुद ही वहां से मथुरा चला गया था. लेकिन मुखबिर और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से पुलिस ने दीपक को मथुरा से सकुशल दबोच लिया. जांच पड़ताल के बाद तीसरे अपहरण के तीन दिन बाद पुलिस ने पूरे साजिश का पर्दाफाश करते हुए मीडिया के सामने खुलासा किया गया.इस बाबत एएसपी दयाराम सरोज ने बताया कि दीपक कुमार सिंह द्वारा फर्जी दस्तावेज पहचान पत्र पर फर्जी सिम लेकर उसका उपयोग किया गया. इसके अलावा फर्जी तरीके से अपहरण की साजिश रची गई. जिसके सम्बन्ध में दीपक कुमार सिंह के खिलाफ थाना मुगलसराय में धारा 420/467/468/201 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया.गौरतलब है कि टावरों के तेल चोरी के खेल में वर्चस्व स्थापित करने को खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले शातिर मोबाइल टावर टेक्नीशियन दीपक सिंह के खेल का भंडाफोड़ करने वाली चंदौली पुलिस खूब वाहवाही लूट रही है. पुलिस ने न सिर्फ 24 घंटे में फर्जी अपहरण कांड का खुलासा कर दिया. बल्कि शातिर दीपक सिंह को वृंदावन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले को लेकर यूपी के पूर्व डीजीपी और मोबाइल टॉवर कंपनी इंडस के सलाहकार अरविंद कुमार जैन ने पत्र भेजकर एसपी अमित कुमार और सीओ सदर अनिल राय और उनकी टीम की कार्यकुशलता की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया है.
इसे भी पढ़ें- मथुरा पुलिस ने किया गैस गोदाम लूट का खुलासा, भारी मात्रा में अवैध हथियारों सहित चार बदमाश गिरफ्तार
गौरतलब है कि पुलिस के इस खुलासे ने ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लगा दी. सबसे पहले ईटीवी भारत ने ही अपने पाठकों को अपहरण कांड का सच बताया था कि किस कदर अपहरण की कहानी मनगढ़ंत और फिल्मी है. खैर, पुलिस ने आरोपी टेक्नीशियन दीपक कुमार को खुद के अपहरण की साजिश रचने के आरोप में मथुरा के वृंदावन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और बताया कि टावर के तेल के खेल पर वर्चस्व को लेकर अपहरण की झूठी साजिश रची गई थी.