चंदौली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू किसानों के मुद्दे को लेकर मुखर दिखाई दिए. वो बुधवार को जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव के दफ्तर में पहुंचे और किसानों की बकाया धनराशि के भुगतान को लेकर बात की. किसानों और कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे पूर्व विधायक ने 2019 में हुई धान की खरीद का किसानों को भुगतान नहीं किए जाने का आरोप लगाए हुए डिप्टी आरएमओ को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
यहीं नहीं मनोज सिंह डब्लू ने अधिकारी को धमकाया और कहा कि मैं हाथ नहीं लगाउंगा, लेकिन किसान पिटाई करेंगे या नहीं, इसकी जिम्मेदारी नहीं ले सकता. मुझे साजिशकर्ता बना देंगे, तब भी कोई फर्क नहीं पड़ता. हालांकि बाद में एसडीएम ने पूर्व विधायक से फोन पर बात कर भुगतान का आश्वासन दिया. वहीं डिप्टी आरएमओ ने दिवाली के बाद किसानों की सूची मंगाने और भुगतान करने का लिखित आश्वासन दिया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि 2018 में धान खरीद का किसानों के बकाए का भुगतान अभी तक नहीं हो पाना, पूरी खरीद प्रक्रिया पर बड़ा सवाल है. यह विभाग के साथ-साथ शासन-प्रशासन की संवेदनहीनता का प्रमाण है. किसान अपने भुगतान के लिए चक्कर लगा रहे हैं और मामला डीएम, एडीएम व विभाग की जानकारी में होने के बाद भी भुगतान नहीं हो रहा है. महकमे को पहले ही चेतावनी दी गयी थी. लेकिन विभाग ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई.
मनोज सिंह ने कहा कि यदि जिला विपणन अधिकारी अब अपनी बात से मुकरे, तो दफ्तर पर तालाबंदी की जाएगी. किसानों में जबरदस्त गुस्सा है. पहले तो किसानों को उनकी उपज खरीद के लिए क्रय केंद्रों पर दौड़ाया जाता है. अवैध कटौती की जाती है. इसके बाद भी भुगतान समय से नहीं हो पाता है. अब जिन किसानों से 1835 रुपये कुंतल की खरीद की गयी है. उन पर 1600 रुपये की दर से खरीद का दबाव बनाया जा रहा है, जो पूरी तरह से अनुचित है.
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उन्होंने कहा कि यदि विभाग का रवैया ऐसे ही असंवेदनशील बना रहा, तो किसानों का गुस्सा कभी भी फूट सकता है. इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और विभाग की होगी. मनोज सिंह ने आरोप लगाया कि विपणन विभाग के अधिकांश अधिकारी व कर्मचारी खरीद प्रक्रिया में जमकर धांधली कर रहे हैं. जल्द ही महकमे के जिला स्तरीय अधिकारी के साथ-साथ अन्य अधिकारियों की आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग की जाएगी, ताकि अवैध तरीके से किसानों से कमाई करने वाले अफसरों की सच्चाई सामने आ सके.