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चंदौली में डीएफओ ने चार वनकर्मियों को किया निष्काषित, ये है वजह - चार वाचरों किया निष्काषित

यूपी के चंदौली जिले में डीएफओ ने कार्रवाई करते हुए अपने चार वाचरों को निष्कासित कर दिया हैं. इन पर वन विभाग की भूमि कब्जा करने का आरोप लगा है.

चंदौली में डीएफओ ने चार वनकर्मियों को किया निष्काषित
चंदौली में डीएफओ ने चार वनकर्मियों को किया निष्काषित
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Published : Nov 30, 2020, 6:30 AM IST

चंदौली: वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों और उनको संरक्षण देने वालों पर विभाग की नजर टेढ़ी हो गई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ में वन विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अतिक्रमणकारियों को जेल भेजने के साथ ही विभागीय वाचरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई शुरू कर दी है. रविवार को वन विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अपने चार वाचरों के खिलाफ वन अपराध का मामला दर्ज करते हुए विभाग से निष्कासित कर दिया है, जिससे वन भूमि कब्जा करने वाले लोगों में हड़कंप है.

चार वाचरों को किया गया निष्काषित

काशी वन्यजीव प्रभाग रामनगर के प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजलगी के सख्त निर्देश पर एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरने की परवाह किए बिना वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अपने ही चार वाचरों के खिलाफ वन अपराध का मुकदमा दर्ज करते हुए विभाग से निष्कासित कर दिया है.

जांच में मिले दोषी

वन क्षेत्राधिकारी नौगढ़ रिजवान खान ने बताया कि नौगढ़ रेंज में नियुक्त वाचर ओमप्रकाश यादव, शांता प्रसाद यादव व ईश्वरी पर कर्माबांध के अमदहा कंपार्टमेंट नंबर 15 तथा त्रिभुवन के द्वारा पंडी 14 व आरक्षित वन क्षेत्र को काफी दिनों से कब्जा करके खेती किया जा रहा था. क्षेत्रीय लोगों द्वारा इसकी लिखित शिकायत अधिकारियों से गई. जांच के दौरान मामला सही पाया गया.

गौरतलब है कि पिछले दिनों वन विभाग के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के नाम से जंगलों में लाल सलाम का पोस्टर चिपकाया गया. वहीं वाचरों को सस्पेंड करने के बजाए निष्कासित किए जाने पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ तीस नवंबर को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने जा रहा है.

चंदौली: वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों और उनको संरक्षण देने वालों पर विभाग की नजर टेढ़ी हो गई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ में वन विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अतिक्रमणकारियों को जेल भेजने के साथ ही विभागीय वाचरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई शुरू कर दी है. रविवार को वन विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अपने चार वाचरों के खिलाफ वन अपराध का मामला दर्ज करते हुए विभाग से निष्कासित कर दिया है, जिससे वन भूमि कब्जा करने वाले लोगों में हड़कंप है.

चार वाचरों को किया गया निष्काषित

काशी वन्यजीव प्रभाग रामनगर के प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजलगी के सख्त निर्देश पर एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरने की परवाह किए बिना वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने जंगल की जमीन कब्जा करने वाले अपने ही चार वाचरों के खिलाफ वन अपराध का मुकदमा दर्ज करते हुए विभाग से निष्कासित कर दिया है.

जांच में मिले दोषी

वन क्षेत्राधिकारी नौगढ़ रिजवान खान ने बताया कि नौगढ़ रेंज में नियुक्त वाचर ओमप्रकाश यादव, शांता प्रसाद यादव व ईश्वरी पर कर्माबांध के अमदहा कंपार्टमेंट नंबर 15 तथा त्रिभुवन के द्वारा पंडी 14 व आरक्षित वन क्षेत्र को काफी दिनों से कब्जा करके खेती किया जा रहा था. क्षेत्रीय लोगों द्वारा इसकी लिखित शिकायत अधिकारियों से गई. जांच के दौरान मामला सही पाया गया.

गौरतलब है कि पिछले दिनों वन विभाग के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के नाम से जंगलों में लाल सलाम का पोस्टर चिपकाया गया. वहीं वाचरों को सस्पेंड करने के बजाए निष्कासित किए जाने पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ तीस नवंबर को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने जा रहा है.

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