चंदौलीः बरठा-पुरवां संपर्क मार्ग निर्माण की मांग को लेकर 5 ग्राम पंचायतों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को चंदौली के सांसद व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय से आवास पर मिला. इस दौरान अधिवक्ता जन्मेजय सिंह ने बताया कि एक व्यक्ति की दबंगई के कारण पांच गांवों की सड़क निर्माण को जिला प्रशासन ने रोक रखा है. खराब सड़क की वजह से बीते दिनों एक वृद्ध की जान भी जा चुकी है. बावजूद इसके जिला प्रशासन की संवेदनहीनता बरकरार है.
उन्होंने शिकायत की है कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के अनैतिक दबाव के कारण दबंग के आगे झुका है. बिना किसी विवाद के जिला प्रशासन के अफसरों द्वारा निर्माण करने से रोका जा रहा है. इसके लिए ग्रामीण लंबे समय से आंदोलित हैं. अफसर गलतबयानी कर रहे हैं. कहा कि जिला प्रशासन की इस कार्य प्रणाली से भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि को गहरा आघात लगा है.
ग्रामीणो की इस समस्या को डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने भरोसा दिया कि प्रकरण का अवलोकन कर जिले के अफसरों से इस संदर्भ में बात करेंगे. दो दिनों में समस्या का समाधान निकाला जाएगा ताकि ग्रामीणों की समस्या का निराकरण हो सके. उन्होंने कहा कि जो भी सही होगा उसे अमल में लाया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः सपा, बसपा और कांग्रेस पर सख्त ओवैसी, काशी से गोरखपुर तक के लिए बनाई ये खास रणनीति!
गौरतलब है कि पुरवा-बरठा मार्ग के निर्माण को लेकर पिछले 10 दिनों से लगातार 5 गांव के लोग धरना दे रहे हैं. आरोप है कि जिला प्रशासन ग्रामीणों की इस मांग की अनदेखी कर रहा है. उधर, ग्रामीणों ने सड़क निर्माण न होने की दशा में रोड नहीं तो वोट नहीं की बात कही है.