चंदौली: बर्ड फ्लू को लेकर जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई है. बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद संबंधित इलाके के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पोल्ट्री फार्मों की मुर्गियों को मारकर दफना दिया जाएगा. सरकार संचालकों को मुर्गियों की कीमत देगी. डीएम संजीव सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में निगरानी समिति की बैठक में विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया. ब्लाक स्तर पर रेपिड रिस्पांस टीम ( आरआरटी ) गठित करते हुए पक्षियों की मौत की सूचना तत्काल मुख्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है. ताकि प्रशासन कार्रवाई कर सके.
लक्षण मिलने तत्काल जिला प्रशासन को करे सूचित
उन्होंने बताया कि जिले में सभी छोटे-बड़े 45 पोल्ट्री फार्म पर नजर रखी जाए. किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखे तो टास्क फोर्स तत्काल सूचित करे. लोक निर्माण विभाग गड्ढा खोदवाने के लिए जेसीबी व मजदूरों की व्यवस्था करेगा. पोल्ट्री फार्म में जांच के लिए जाएं तो मास्क जरूर लगाएं.
बाहरी पक्षियों पर रहेगी पाबंदी
वन विभाग बाहर से उड़कर आने वाले अप्रवासी पक्षियों पर निगरानी रखे. यदि कहीं अचानक अधिक संख्या में पक्षियों की मौत हो तो मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को सूचित करें. गैर जनपद से पक्षियों को जिले में लाना पूरी तरह से प्रतिबंधित हो चुका है. ऐसे में जिले की सीमा पर पक्षियों के वाहनों पर नजर रखी जाए.
मामला सामने आने पर मांस बिक्री पर लगेगी रोक
यदि किसी इलाके में बर्ड फ्लू का मामला सामने आता है. तो संबंधित क्षेत्र में मांस की बिक्री पर रोक लगाएं. थाना व चौकी पुलिस को इसको लेकर अलर्ट कर दिया जाए.
आर्थो मिक्सो वायरस से फैलता है बर्ड फ्लू
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी पांडेय ने बताया कि बर्ड फ्लू आर्थो मिक्सो वायरस से फैलता है. इससे पक्षियों को सांस लेने में तकलीफ होती मुर्गियों से वायरस का संक्रमण मनुष्यों में फैलता है.
पोल्ट्री फार्म संचालक व कर्मी होंगे आइसोलेट
पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के चलते पक्षियों की मौत होगी. उसके मालिक व काम करने वाले मजदूरों को आइसोलेशन में रखा जाएगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें अलग रखकर 10 दिनों तक उनके स्वास्थ्य की जांच करेगी. ताकि मालिक व कर्मियों को आइसोलेशन में रखने से दूसरे लोगों में संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा.