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सरकारी एजेंसियों के रडार पर चंदासी कोल मंडी, चल रहा टैक्स चोरी का खेल - चंदासी कोल मंडी में छापेमारी

एशिया की सबसे बड़ी कोल मंडी चंदौली जिले की चंदासी कोल मंडी पर एक के बाद एक जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं. सीबीआई और कस्टम विभाग के बाद वा‌णिज्य कर विभाग की टीम दलबल के साथ शनिवार को चंदासी पहुंची. इस दौरान टीम के सदस्यों ने कोल मंडी के समीप मलोखर व महाबलपुर में तीन फर्मों की जांच की.

चंदासी कोल मंडी.
चंदासी कोल मंडी.
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Published : Mar 21, 2021, 5:42 AM IST

चंदौलीः एशिया की सबसे बड़ी कोल मंडी चंदासी कोल मंडी पर एक के बाद एक जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही है. सीबीआई और कस्टम विभाग के बाद वा‌णिज्य कर विभाग की टीम दलबल के साथ शनिवार को चंदासी पहुंची. दिनभर की खाक छानने के बाद पता चला कि तीन फर्म फर्जी हैं और सिर्फ कागजों पर ही दौड़ रही हैं. इस पर वाणिज्य कर अधिकारियों ने फर्मों को निरस्त कर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही.

टीम की जांच में मौके पर नहीं मिला कोई फर्म

वाणिज्य कर विभाग टीम सबसे पहले मलोखर गांव पहुंची. जहां टीम के सदस्यों ने कागजों में दर्ज दो फर्मों की जांच की, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं मिला. टीम ने स्थानीय लोगों से फर्मों की जानकारी करनी चाही पर किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की. इसके बाद टीम महाबलपुर गांव पहुंची, लेकिन वहां भी वाणिज्य कर विभाग की टीम फर्म का पता नहीं चल सका. तीनों फर्मों के फर्जी पाए जाने पर वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों ने फर्मों को निरस्त करने और कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी देते रवाना हो गए.

विभागीय मिलीभगत से सरकार को लगाते है करोड़ो का चूना

जानकारों की माने तो चंदासी कोल मंडी में ऐसे सैकड़ों फर्म कागजों पर संचालित किए जा रहे हैं. ट्रासंपोर्टरों की दुकानों पर फर्म की फोटो लगाकर इसे संचालित किया जा रहा है. चर्चा तो यह भी है कि फर्जी फर्म का खेल बकायदा संस्थागत तरीके से किया जाता है. विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से सिर्फ फाइलों में इन फर्मों का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है. जब राजस्व का बकाया बढ़ता है, तो वाणिज्य कर विभाग की टीम फर्मों की खोज में निकलती है, लेकिन ट्रांसपोर्ट पहुंचने पर सच्चाई का पता चलता है कि फर्म गायब हो चुकी है. इससे हर वर्ष कोल व्यवसायियों के काले कारोबार का सरकार को नुकसान उठाना पड़ता है.

सीबीआई और कस्टम विभाग की जांच जारी

गौरतलब है कि पिछले एक पखवारे से सीबीआई की टीम दो ट्रांपोर्टर को नोटिस देकर पूछताछ में जुटी है. जिनके तार बंगाल कोल स्कैम से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा कस्टम विभाग वाराणसी और लखनऊ की टीम छापेमारी कर जांच इम्पोर्टेड कोयले पर कस्टम चोरी की जांच में जुटी है. साथ ही नेपाल में कोयले के निर्यात पर रोक लगा दी है. ऐसे में लगता है कोयले का कारोबार काला कारोबार बन गया है.

इसे भी पढ़ें- यूपी की बिसात पर बिछ रही है बंगाल की चुनावी चौसर

चंदौलीः एशिया की सबसे बड़ी कोल मंडी चंदासी कोल मंडी पर एक के बाद एक जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही है. सीबीआई और कस्टम विभाग के बाद वा‌णिज्य कर विभाग की टीम दलबल के साथ शनिवार को चंदासी पहुंची. दिनभर की खाक छानने के बाद पता चला कि तीन फर्म फर्जी हैं और सिर्फ कागजों पर ही दौड़ रही हैं. इस पर वाणिज्य कर अधिकारियों ने फर्मों को निरस्त कर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही.

टीम की जांच में मौके पर नहीं मिला कोई फर्म

वाणिज्य कर विभाग टीम सबसे पहले मलोखर गांव पहुंची. जहां टीम के सदस्यों ने कागजों में दर्ज दो फर्मों की जांच की, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं मिला. टीम ने स्थानीय लोगों से फर्मों की जानकारी करनी चाही पर किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की. इसके बाद टीम महाबलपुर गांव पहुंची, लेकिन वहां भी वाणिज्य कर विभाग की टीम फर्म का पता नहीं चल सका. तीनों फर्मों के फर्जी पाए जाने पर वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों ने फर्मों को निरस्त करने और कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी देते रवाना हो गए.

विभागीय मिलीभगत से सरकार को लगाते है करोड़ो का चूना

जानकारों की माने तो चंदासी कोल मंडी में ऐसे सैकड़ों फर्म कागजों पर संचालित किए जा रहे हैं. ट्रासंपोर्टरों की दुकानों पर फर्म की फोटो लगाकर इसे संचालित किया जा रहा है. चर्चा तो यह भी है कि फर्जी फर्म का खेल बकायदा संस्थागत तरीके से किया जाता है. विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से सिर्फ फाइलों में इन फर्मों का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है. जब राजस्व का बकाया बढ़ता है, तो वाणिज्य कर विभाग की टीम फर्मों की खोज में निकलती है, लेकिन ट्रांसपोर्ट पहुंचने पर सच्चाई का पता चलता है कि फर्म गायब हो चुकी है. इससे हर वर्ष कोल व्यवसायियों के काले कारोबार का सरकार को नुकसान उठाना पड़ता है.

सीबीआई और कस्टम विभाग की जांच जारी

गौरतलब है कि पिछले एक पखवारे से सीबीआई की टीम दो ट्रांपोर्टर को नोटिस देकर पूछताछ में जुटी है. जिनके तार बंगाल कोल स्कैम से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा कस्टम विभाग वाराणसी और लखनऊ की टीम छापेमारी कर जांच इम्पोर्टेड कोयले पर कस्टम चोरी की जांच में जुटी है. साथ ही नेपाल में कोयले के निर्यात पर रोक लगा दी है. ऐसे में लगता है कोयले का कारोबार काला कारोबार बन गया है.

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