चंदौली: कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर देव दीपावली के अवसर पर बलुआ गंगा घाट पहुँचे, जहां पूरी श्रद्धा के साथ दर्शन पूजन किया. साथ ही यहां की पर्यटन विकास को लेकर अपना संकल्पना दोहराई. वहीं पत्रकारों से बातचीत के दौरान चिर प्रतिद्वंदी ओमप्रकाश राजभर हमलावर रहे और 2022 में उन्हें शूट कर घर भेजने की बात कही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों विवादित कृषि कानून वापस लिए जाने के फैसले के पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम उनके फैसले का स्वागत करना चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा हृदय हैं और समाज सेवा का जो उनका संकल्प और तरीका है. उसे समझने की जरूरत है. हमलोगों ने उनके नेतृत्व में लगातार दो वर्ष तक किसान को समझाने का प्रयास किया की यह कृषि कानून उनके हित में है लेकिन हम उन्हें ये समझा नहीं सके.
जब वे नहीं माने तो उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने कृषि कानून वापस लेने का फैसला किया क्योंकि यह जनता का ही है.
वहीं ओमप्रकाश राजभर ने आगामी चुनाव में हार के डर से कृषि कानून लिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये लोग माफिया मुख्तार अंसारी के राजनैतिक शूटर बन गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे राजनीतिक शूटरों को शूट करने की जिम्मेदारी हमको दे रखी है. 2022 में इन लोगों को हम शूट करके घर भेज देंगे. ऐसे लोगों के खिलाफ क्या प्रतिक्रिया दिया जाय जिनका न कोई आगे है और न कोई पीछे, न कोई जवाब, न कोई सिद्धांत है.
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वहीं अखिलेश यादव के कृषि कानून की वापसी को अहंकार की हार, किसानो और लोकतंत्र की जीत बताने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल राजभर ने कहा कि इसका जवाब तो 2022 में उनको जनता और किसान देंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें 47 सीट मिली थी लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी 7 पर सिमट जाएगी.
अखिलेश यादव के शिलान्यास के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि वो रावण की तर्ज पर स्वर्ग तक सीधी बनाये जाने का शिलान्यास करते हैं फिर कहेंगे हमने शिलान्यास किया है.
गौरतलब है कि इस दौरान उन्होंने स्थनीय विकास को लेकर भी अपना विजन बताया. उन्होंने कहा कि यहां के विकास को लेकर हम लोंगों की संकल्पना रही है. कोविड-19 महामारी ने इस पर बुरा प्रभाव न डाला होता तो अब तक मूर्तरूप ले चुकी होती.
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यहां डेढ़ किलोमीटर तक गंगा घाट बनाने के अलावा बाल्मीकि कुंड के विकास के साथ पीडब्लूडी गेस्ट हाउस का निर्माण होना था ताकि बाहर से आकर भी दर्शनार्थी बाल्मीकि कुंड व अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकें. यहां पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं.