चंदौली: महूजी नाव हादसे के तीसरे दिन लापता चार महिलाओं के शवों को बरामद कर लिया गया है. जबकि एक युवती के शव को रविवार को ही बरामद कर लिया गया था. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही स्थानीय नाविकों की मदद से इन सभी शवों को निकाला गया.
शवों के बरामद किए जाए के बाद, नाराज ग्रामीणों ने शवों को ले जाने से रोक दिया और जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. हालांकि एसडीएम के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए. फिलहाल पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
नाव में सवार 40 मजदूर हुए थे हादसे का शिकार
डीएम चन्दौली ने जल्द से जल्द सभी मृतकों के परिजनों को शासन की तरफ से चाच-चार लाख रुपये आर्थिक सहायता दिलाने की बात कही है.
आप को बता दें, कि बीते शनिवार की शाम को महुजी तट पर गंगा नदी में नाव पलटने से नाव में सवार 40 मजदूर डूबने लगे. हालांकि 35 लोगों को नाविकों और स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया. जबकि 5 महिलाएं डूब गईं थी. जिनके शवों को अब निकाल लिया गया है.
NDRF और गोताखोरों ने किया रेस्क्यू
घटना के बाद से ही स्थानीय नाविकों और गोताखोरों ने रेस्क्यू शुरू कर दिया था. वहीं वाराणसी से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने भी शनिवार की रात से ही रेस्क्यू शुरू कर दिया था. जबकि गोरखपुर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम रविवार सुबह से रेस्क्यू शुरू कर दी थी. लेकिन दिनभर में मात्र एक ही शव बरामद किया जा सका. हालांकि सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लापता चारो शवों को बरामद कर लिया गया.
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एक ही परिवार की 3 महिलाओं की हुई मौत
शवों की पहचान फुलवासी, उर्मिला, ज्योति, कविता के रूप में हुई है. मृतकों में एक ही परिवार की तीन महिलाएं शामिल हैं. जिसमें फुलवासी दादी और उनकी दो पोतियां ज्योति और कविता हैं. यह हादसा उस वक्त हुआ था, जब शनिवार की शाम मुरलीपुर, महूजी समेत आसपास के लोग गाजीपुर के करंडा में आलू के खेतों में मजदूरी कर नाव से वापस अपने घर लौट रहे थे. ओवरलोड होने की वजह से नाव अचानक बीच से ही फट गई और लोग डूबने लगे थे.