चंदौली: पूर्व मध्य रेल के पं. दीन दयाल उपाध्याय और गया समेत 12 स्टेशन विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस बनाने को मंजूरी मिल गई है. ये स्टेशन एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस होंगे. इन स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा में बढ़ोतरी को लेकर भारतीय रेल लगातार काम कर रहा है. इन स्टेशनों पर एक्सेस गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट भी होंगे. साथ ही रेल हार्वेस्टिंग और वेस्ट मैनेजमेंट की भी सुविधा उपलब्ध होगी.
दरअसल, स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए पूर्व मध्य रेल के कुल 12 स्टेशनों का चयन किया गया है. इसमें दानापुर मंडल के राजेन्द्रनगर और बक्सर, सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर, बेगुसराय और बरौनी, समस्तीपुर मंडल के दरभंगा, सीतामढ़ी और बापूधाम मोतीहारी, पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गया एवं पं.दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के अलावा धनबाद मंडल के धनबाद और सिंगरौली शामिल है. इन स्टेशनों के पुनर्विकास के प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है.
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इन स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा. यहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी. स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो. यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि उपलब्ध होंगे.
वहीं, धार्मिक और पर्यटन दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण गया स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए अंतिम रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद निविदा जारी कर दिया गया है. गया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य लगभग 300 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरा किया जाएगा. इसे 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी.
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