मुरादाबाद: केंद्र सरकार भले ही मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक दंश से बचाने के लिए तीन तलाक पर सख्त कानून लेकर आई हो. लेकिन लोग अब भी तीन तलाक देने से बाज नही आ रहे हैं. मुरादाबाद में एक पति ने केवल इस बात पर तीन तलाक दे दिया कि उसको दहेज में भैंस नही दी गई थी. पति ने तीन तलाक देकर उसे बच्चे समेत घर से निकाल दिया. पीड़िता की शिकायत पर एसएसपी ने महिला थाना पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
जिले के कटघर थाना क्षेत्र के रहमतनगर की रहने वाली शमा ने गुरुवार को एसएसपी के सामने पेश होकर तीन तलाक की शिकायत की. पीड़िता शमा की शादी जनवरी 2014 में संभल के नखासा थाना क्षेत्र के गांव भारतल निवासी मुशाहिद हुसैन के साथ हुई थी. शादी के पहले ही दिन से ससुराल वाले दहेज की मांग करने लगे. दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर मारपीट कर पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. इसके बाद पीड़िता शमा ने एसएसपी के सामने पेश होकर न्याय की गुहार लगाई. एसएसपी ने महिला थाने को इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
दहेज में नही मिली भैंस इसलिए पत्नी को दी तीन तलाक
पति अपनी पत्नी शमा से दहेज में मायके से भैंस लाने की मांग करते रहा. किसी तरह से शमा के मायके वालों ने तीस हजार रुपये का इंतजाम करके शमा के सुसराल वालो को भैंस खरीदने के लिए दिए. इसके बाद कुछ दिन सबकुछ ठीकठाक चला. लेकिन बाद में ससुराल वाले उसे फिर प्रताड़ित करने लगे. 9 जनवरी को पीड़िता की ननद ने उसके साथ मारपीट की चीखपुकार सुनकर पति और ससुराल के अन्य लोग भी वहां पहुंच गए. उसी दौरान पति ने तीन बार तलाक बोल कर एक बच्चे के साथ पत्नी को घर से निकाल दिया. जबकि दूसरे बच्चे को अपने पास रख लिया.
एसएसपी से मिलकर पीड़िता ने न्याय की लगाई गुहार
दहेज में भैंस नहीं देने पर पीड़िता को पति द्वारा तीन तलाक देने के बाद पीड़िता ने न्याय के लिए एसएसपी प्रभाकर चौधरी से न्याय की गुहार लगई. एसएसपी ने महिला थाना पुलिस को आरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं.