मुरादाबाद: सम्भल के बनियाठेर थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम पेशी से लौट रहे बदमाशों ने दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी. बदमाश पुलिस की राइफल लेकर फरार हो गए. फरार हुए तीन बदमाशों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है. पूरे मण्डल को अलर्ट कर दिया गया है.
फरार हुए तीनों बदमाश पांच साल पहले मुरादाबाद के इंजीनियर इकराम के अपहरण और हत्या के मामले में जेल में बंद थे. इस मामले में दो दिन बाद कोर्ट में फैसला आना था. बदमाशों की फरारी के बाद पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
- अक्टूबर 2014 को कुंदरकी के काजीपुरा गांव के इंजीनियर इकराम देर शाम सात बजे घर से लखनऊ के लिए निकले थे.
- इंजीनियर इकराम को जब स्टेशन पहुंचने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिली तो उन्होंने एक कार चालक से लिफ्ट मांगी.
- कार में सवार तीन युवकों ने इकराम का अपहरण कर लिया और इकराम के फोन से उसके घर सम्पर्क कर अपहरण होने और छोड़ने के एवज में फिरौती की मांग की.
- परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों को घेरने की योजना बनाई.
- फिरौती की रकम एक बैग में रखकर उसमें जीपीएस डिवाइस लगाई गई.
- बदमाशों ने परिजनों को बैग लेकर ट्रेन में सवार होने को कहा और चलती ट्रेन से बैग अलीगढ़ के पास फेंकने को कहा.
- फिरौती की रकम लेने के बाद भी जब इकराम को आजाद नहीं किया गया तो जीपीएस की मदद से पुलिस ने राजेन्द्र और धर्मपाल को गिरफ्तार कर लिया.
- बदायूं जनपद से इकराम का शव बरामद किया गया.
- पुलिस के मुताबिक अपहरण कर बदमाशों ने इकराम की हत्या उसी दिन कर दी थी.
- हत्या से पहले उसके आवाज की रिकार्डिंग कर अपने पास रखी थी और इसी रिकार्डिंग को सुनाकर फिरौती के लिए फोन कर रहें थे.
- इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने कमल और शकील नाम के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया और उन्हें जेल भेज दिया.
- पांच साल से चल रहे मामले में 20 जुलाई को फैसला आने वाला था.
- फरार बदमाश धर्मपाल, कमल और शकील के गिरोह का मास्टरमाइंड शकील ही है और उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं.
- मृतक इकराम के परिवार की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
- पीड़ित परिवार के घर की सुरक्षा में तीन दरोगा समेत 12 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.