मुरादाबादः प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने जींस की रंगाई करने वाले 13 फैक्ट्रियों को सील कर दिया है. दरअसल फैक्ट्री मालिकों ने फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नहीं लगा रखा था, जिसकी वजह से खेती की भूमि बंजर होने की कगार पर थी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट में पानी प्रदूषित होना पाया गया है, जिसके बाद सम्बंधित विभाग ने फैक्ट्रियों को सील कर 11 से 13 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
जींस की रंगाई करने वाली 13 फैक्ट्रियां सील
- जिले के कांठ थाना क्षेत्र में जींस की रंगाई करने की चौदह फैक्ट्रियां हैं.
- फैक्टरियों से निकलने वाला कैमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए किसी भी प्रकार का सयंत्र फैक्ट्री में नहीं लगा था.
- सयंत्र न होने की वजह से खादर की खेती की भूमि बंजर होने की कगार पर है.
- मामले की शिकायत होने पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की टीम ने पानी के सेंपल लेकर लैब में चेक किए.
- जांच रिपोर्ट में पानी के प्रदूषित होने की पुष्टि पाई गई है.
- मामले की पुष्टि होने के बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों और तहसील प्रशासन ने जींस की रंगाई करने वाली 14 में से 13 फैक्ट्रियों को सील कर दिया.
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कांठ थाना क्षेत्र में जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्री चल रही थी, जिनको नोटिस भी जारी किए गए थे. उसके बावजूद भी फैक्ट्री मालिकों ने केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नहीं लगा रखा था. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कोई एनओसी नहीं ले रखी थी. फैक्ट्री सील करने के बाद 13 फैक्ट्री पर 11 से 13 लाख रुपये प्रति फैक्ट्री जुर्माना लगाया गया है. शहर के रिहाइशी इलाकों में भी अवैध भट्टियों को बंद किया गया. समय-समय पर प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
-अजय शर्मा, अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड