मुरादाबाद: सावन के आखिरी सोमवार पर लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ लेकर जल चढ़ाने आते हैं. जनपद के रहने वाले इरशाद और नाजिम पिछले 20 साल से कांवड़ बनाते आ रहे हैं.
- जिले के कोर्ट रोड मार्केट में इरशाद की कांवड़ की दुकान है.
- मुस्लिम कारीगर मोहम्मद इरशाद लगभग 20 साल से कांवड़ बना रहे हैं.
- यह उनका खानदानी काम है.
- मुरादाबाद ही नहीं बल्कि हरिद्वार जाकर भी कांवड़ बनाते हैं.
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कारीगर इरशाद ने बताया कि यह हरिद्वार की कारीगरी है. घर में मां-बहन, पापा सब यही करते हैं. मुस्लिम होते हुए कांवर बनाते हो कभी कोई परेशानी नहीं हुई इसके जबाब में कहा कि नहीं. हमें खुशी होती है. हम तो सावन के महीने के आने का इंतजार करते हैं.
इरशाद का सहयोगी नाजिम भी सुन्दर मनमोहक कांवड़ बनाने में माहिर हैं. नाजिम का कहना है कि उसे अभी एक साल ही हुआ है. इरशाद से ही कांवर बनाना सीखा है. आर्डर पर थोक में कांवड़ बनाकर अन्य शहरों में भी सप्लाई करते हैं.