मुरादाबाद : नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रितेश गुप्ता और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है. मोबाइल इंटरनेट कॉल से धमकी मिलने के बाद नगर विधायक ने गलशहीद थाना पुलिस को तहरीर देकर अज्ञात आरोपियों के कार्रवाई की मांग की है. मामला सामने आने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर पुलिस की टीम धमकी देने वालों की तलाश में जुट गई है. बता दें कि इससे पहले भी विधायक को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.
मुरादाबाद के गलशहीद थाने में मुरादाबाद नगर विधायक रितेश गुप्ता ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है. तहरीर में बताया गया है कि 31 जनवरी को सुबह करीब साढ़े 11 बजे कॉल करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने विधायक और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं, कॉलर ने प्रधानमंत्री को भी अपशब्द कहे. बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को निशाने पर बताते हुए कॉलर ने कहा कि सूचना देने का मकसद सिर्फ यह है कि तुम लोग खुद को बचा सकते हो, तो बचा लो. कॉलर ने फोन करके प्रधानमंत्री मोदी की हत्या करने की भी बात कही है. नगर विधायक से मिली इस सनसनीखेज सूचना के बाद पुलिस महकमा हरकत में है. संबंधित मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है.
धमकी देने वाले ने पहले की वीडियो कॉल
शहर विधायक रितेश गुप्ता ने बताया कि 12 अंक के नंबर से उनके मोबाइल फोन पर वाट्सएप पर वीडियो काल आई थी. उसके बाद उस वीडियो कॉल का स्क्रीन शॉट खींचकर मुझको भेजा. बाद में फोन करने वाले ने वाट्सएप नम्बर पर फोन करके मुझको जान से मारने की धमकी दी. साथ ही उसने देश के प्रधानमंत्री मोदी को जान से मारने की भी धमकी दी है.
पाकिस्तान के नंबर से आया फोन
धमकी मिलने की शिकायत विधायक ने मुरादाबाद के एसएसपी प्रभाकर चौधरी से की है. पुलिस ने तुरंत 12 डिजिट के नम्बर को सर्विलांस पर लगाया. पुलिस ने बताया कि यह नंबर पाकिस्तान का है. पाकिस्तान से कॉल करके यह धमकी दी गई है. शहर विधायक रितेश गुप्ता ने बताया कि पहले भी एक बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. उस समय वह नंबर ट्रेस नहीं हो पाया था. इस कारण यह पता नहीं चल सका था कि वह फोन कहां से आया है और किसने किया है.
नगर विधायक ने जान से मारने की धमकी की तहरीर दी है. अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर पुलिस धमकी भरे काल की जांच में जुटी है. विधायक ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.
-प्रभाकर चौधरी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक